उज्जैन में जहरीली शराब से मौत की घटना को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सख़्त कदम उठाए हैं. उन्होंने एसपी उज्जैन को हटाने के साथ सीएसपी रजनीश कश्यप को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करने का निर्णय किया.
शिवराज ने पीएस होम से जांच का ब्यौरा लिया और निर्देश दिया किया कि किसी भी अपराधी को न छोड़ा जाए. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने इस मामले में एसआईटी जांच के निर्देश दिए हैं.महाकाल की नगरी उज्जैन में कथित रूप से जहरीले नशीले पदार्थ (शराब या स्प्रिट) के सेवन से पिछले 24 घंटे में 11 लोगों की मौत हो गई है.उज्जैन के तीन थाना इलाकों -खाराकुआ थाना, जीवजीगंज थाना एवं महाकाल थाना - में किसी प्रकार के विषैले पदार्थ के पीने से 11 लोगों की मौत हो गई है। ये सभी या तो भिखारी हैं या गरीब मजदूर हैं.
कई अधिकारी पहले ही निलंबित
थाना प्रभारी खाराकुआ निरीक्षक एम.एल. मीणा, बीट प्रभारी उप निरीक्षक निरंजन शर्मा और दो आरक्षकों शेख अनवर एवं नवाज शरीफ को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.उज्जैन जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) महावीर खंडेलवाल ने बताया कि ये 11 लोग इतनी बुरी स्थिति में अस्पताल लाए गये थे कि इनमें से कोई भी 15 मिनट से ज्यादा जीवित नहीं रह पाया. उन्होंने कहा कि ये कोई जहरीली शराब, स्प्रिट या कोई भी अन्य केमिकल भी हो सकता है, जो विसरा जांच में पता चलेगा
विपक्ष ने साधा निशाना
मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भाजपा नीत प्रदेश सरकार पर तंज कसते हुए कहा है कि शिवराज जी, ये माफिया कब तक यूं ही निर्दोषों की जान लेते रहेंगे? प्रदेश के कई जिलों से शराब माफ़िया व अवैध शराब के कारोबार की निरंतर शिकायतें मिल रही हैं. हमारी सरकार जाते ही ये माफिया वापस बेखौफ होकर सक्रिय हो गए हैं. हमारी सरकार ने इन्हें कुचला था और भाजपा सरकार इन्हें संरक्षित कर रही है.
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