New Delhi:
श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा फहराने के भाजपा के कार्यक्रम को रद्द करने की अपील करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री पी चिदंबरम ने मंगलवार को कहा कि इस राजनीतिक एजेंडे को आगे बढ़ाने का कोई औचित्य नहीं है, क्योंकि इससे निश्चित तौर पर प्रदेश में कानून-व्यवस्था और शांति पर असर पड़ेगा और भाजपा को राज्य सरकार के फैसले का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस जश्न का दिन होता है और यह विभाजनकारी राजनीति का मौका नहीं होता। चिदंबरम ने भाजपा से टकराव का रास्ता छोड़कर दिल्ली लौटने की अपील की। गृहमंत्री ने कहा, मैंने कल राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली और प्रदेश के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से बात की। मैंने जेटली से कहा कि उन्हें और उनके सहयोगियों को राज्य सरकार के फैसले का उल्लंघन नहीं करना चाहिए। चिदंबरम ने कहा कि भाजपा नेताओं को जम्मू हवाई अड्डे पर संवाददाता सम्मेलन की अनुमति दी गई थी, लेकिन उन्होंने इस पेशकश को ठुकरा दिया, ऐसी सूरत में राज्य सरकार को भाजपा नेताओं को वहां से हटाना पड़ा और उन्हें पंजाब के माधोपुर में एक रेस्ट हाउस में रखा गया। चिदंबरम ने कहा कि राज्य सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि वह श्रीनगर में किसी यात्रा की अनुमति नहीं देगी और न ही लाल चौक पर कोई सभा होने देगी। राज्य सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि वह भाजपा नेताओं को माधोपुर और लखनपुर को जोड़ने वाला पुल पार नहीं करने देगी और न ही प्रदेश में प्रवेश करने देगी। गृहमंत्री ने कहा, भाजपा नेताओं को राज्य सरकार के फैसले का सम्मान करना चाहिए और यदि वे जानबूझकर शांति भंग करते हैं, तो यह दुर्भाग्यपूर्ण होगा।
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