छत्तीसगढ़ में सीआरपीएफ का डॉग स्काउट।
नई दिल्ली: हो सकता है आप इस डॉग को नही जानते हों लेकिन यह एक चर्चित डॉग 'स्काउट' है जिसे बचाने के चक्कर में छत्तीसगढ़ में सात सीआरपीएफ जवानों को अपनी जान गंवानी पड़ी। इसे आप संयोग या फिर जवानों की बदकिस्मती कह सकते हैं कि अब तक जवानों और लोगों की जिदंगी बचाने वाले स्काउट की वजह से जवानों की जान चली गई।
स्काउट के लिए कूलर लाने के लिए गए थे जवान
साढ़े तीन साल का स्काउट छत्तीसगढ़ के जंगलों में पड़ रही भीषण गर्मी की वजह बीमार चल रहा था। स्काउट के लिए ही कूलर लाने के लिए जवान गए थे। जब वह लौटने लगे तो नक्सलियों ने दंतेवाड़ा में बारूदी सुरंग लगाकर वाहन को उड़ा दिया जिससे इन जवानों की मौत हो गई।
सूंघने की जबर्दस्त क्षमता
सीआरपीएफ का यह डॉग बेल्जियम के मॉलिनॉयस नस्ल का स्निफर डॉग है जिसमें सूंघने की जबरदस्त क्षमता है। दो साल से यह इसी इलाके में तैनात है। करीब हफ्ते भर पहले इसे गर्मी के चलते लू लग गई थी। स्थानीय स्तर पर इसकी तबियत को दुरुस्त करने की कोशिश हुई लेकिन बाद में डॉक्टरों ने कह दिया कि इसके लिए कूलर की जरूरत है। अब भी यह पूरी तरह से स्वस्थ नहीं है लेकिन हालत में सुधार है। उम्मीद है दो-चार दिनों में पूरी तरह फिट होकर अपनी ड्यूटी पर लौट आएगा।
छत्तीसगढ़ में तैनात हैं 150 बेल्जियम के मॉलिनॉयस स्निफर डॉग
सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट दीपेन्द्र सिंह राजपूत ने एनडीटीवी इंडिया से कहा कि अब तक स्काउट ने सैकड़ों लोगों की जान बचाई है। 20 से ज्यादा आईईडी की पहचान की है। हालत यह है कि इसके बगैर नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन की बात तो दूर कहीं मूवमेंट तक नहीं कर सकते हैं। सीआरपीएफ के पास ऐसे 350 डॉग्स हैं। इसमें से करीब 150 तो छत्तीसगढ़ में ही तैनात हैं।