छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के एक स्कूल में 35 बच्चों को पढ़ाने के लिए एक भी शिक्षक नहीं है। आलम यह है यहां तैनात स्वीपर ही इन बच्चों को शिक्षा दे रहा है।
जिले की ग्राम पंचायत टांटीधार की आश्रित ग्राम गौरखुरी प्राथमिक स्कूल में कक्षा पहली से पांचवी तक के बच्चों को शिक्षक नहीं होने के कारण शौचायल की सफाई के लिए तैनात स्वीपर पढ़ाई करा रहा है। प्राथमिक स्कूल में तीन माह से शिक्षकर्मी नहीं होने से स्कूल में शिक्षा के गिरते स्तर को लेकर पालकों ने चिंता जताते हुए शिक्षाकर्मी की मांग की परंतु स्थिति नहीं सुधरी है।
बीईओ सविता सिंह राजपूत ने बताया कि स्वीपर को पढ़ाने के आदेश दिए गए हैं, शिक्षित रसोइया की भर्ती करने के लिए कहा गया है जो स्कूल में बच्चों को पढ़ा सके।
बीईओ स्कूल में रसोइया की भर्ती कराकर पढ़ाई में सहयोग लेने की बात कह रही हैं। स्कूल में शैक्षणिक सत्र में पैंतीस स्कूली बच्चे पढ़ रहे हैं। एक शिक्षाकर्मी की नियुक्ति की गई थी जो दिसंबर से अनुपस्थित है। इसके कारण पढ़ाई का स्तर गिरता जा रहा है।
जनवरी में स्कूल का निरीक्षण करने पहुंची बीईओ सविता सिंह राजपूत को ग्रामीणों ने शिक्षक नहीं होने की शिकायत की तो उन्होंने स्कूल में कार्यरत स्वीपर रवि कुमार राठौर को पढ़ाने के लिए मौखिक आदेश दिए। उनके आदेश के बाद स्कूली बच्चों को स्वीपर पद में कार्यरत रवि कुमार राठौर पढ़ा रहा है। स्कूल में शिक्षक की कमी आज भी यथावत है इसे लेकर पालकों ने शिक्षाकर्मी भर्ती करने की मांग बीईओ से की है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं