हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्करों के कोरोना वैक्सीनेशन के लिए पंजीकरण कराने पर रोक, केंद्र का फैसला

Healthcare Frontline workers :बहुत से ऐसे लोगों ने हेल्थकेयर वर्कर और फ्रंटलाइन वर्कर न होते हुए भी इन दोनों ही कैटेगरी में रजिस्ट्रेशन करवाकर टीका लिया है. ये रजिस्ट्रेशन फर्जी तरीके से करवाया गया.

हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्करों के कोरोना वैक्सीनेशन के लिए पंजीकरण कराने पर रोक, केंद्र का फैसला

Coronavirus Vaccination : कुछ गलत लोगों ने करवा लिया टीका

नई दिल्ली:

केंद्र सरकार ने हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर (Healthcare Frontline workers) के कोरोना वैक्सीनेशन (Covid Vaccination Registration) के लिए पंजीकरण कराने पर रोक लगा दी है.केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों को लिखी चिट्ठी लिखकर ये निर्देश दिया है.अब कोरोना के टीकाकरण को लेकर हेल्थकेयर वर्कर और फ्रंटलाइन वर्कर का फ्रेश रजिस्ट्रेशन नही होगा.ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा.इसके पीछे वजह ये है कि बहुत से ऐसे लोगों ने हेल्थकेयर वर्कर और फ्रंटलाइन वर्कर न होते हुए भी इन दोनों ही कैटेगरी में रजिस्ट्रेशन (HCWs FLWs Registration) करवाकर टीका लिया है. ये रजिस्ट्रेशन फर्जी तरीके से करवाया गया.

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केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने हालांकि इस पत्र में स्पष्ट किया कि 45 साल से अधिक उम्र के लोगों का रजिस्ट्रेशन पहले की तरह जारी होगा और उनका कोविन पोर्टल (CoWIN Portal) पर जारी रहेगा. साथ ही पहले ही पंजीकृत हो चुके हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्करों को कोरोना वैक्सीन भी किया जाएगा. उस पर कोई रोक नहीं रहेगी.

केंद्र सरकार का कहना है कि यह कदम कोविड वैक्सीनेशन में तेजी लाने के लिए भी की गई है, ताकि अन्य श्रेणियों के लोगों को भी इसमें शामिल किया जा सके. 45 साल से अधिक उम्र के और फ्रंटलाइन और हेल्थकेयर वर्करों को पहले ही कोरोना वैक्सीनेशन के लिए पर्याप्त समय और प्राथमिकता दी जा चुकी है. हालांकि इन श्रेणियों में कुछ अपात्र लोगों ने भी वैक्सीनेशन करवा लिया है.

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जब देश में 16 जनवरी को कोरोना का वैक्सीनेशन शुरू हुआ था तो सबसे पहले हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्करों को स्वीकृति दी गई थी. इसमें सबसे पहले हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्करों यानी डॉक्टर, पुलिसकर्मियों, अत्यावश्यक सेवाओं में लगे लोगों का टीकाकरण शुरू हुआ था. शुरुआती दौर में कुछ हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्करों ने टीका लगाने में हिचकिचाहट भी दिखाई थी.