फाइल फोटो
नई दिल्ली:
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दो मामले दर्ज करके 12वीं कक्षा का अर्थशास्त्र का पेपर तथा 10वीं कक्षा का गणित का पर्चा कथित रूप से लीक होने के मामले की जांच शुरू कर दी है. क्राइम ब्रांच सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने 12वीं और 10वी के 10 छात्रों की पहचान कर ली है, जिन्हें व्हाट्सएप के जरिये पेपर मिले थे. बताया जा रहा है कि इन सभी छात्रों से पूछताछ होगी. इस मामले में ओल्ड राजेन्द्र नगर के एक कोचिंग से संचालक विक्की का नाम भी सामने आया है. पुलिस विक्की से पूछताछ कर रही है.
बताया जा रहा है कि विक्की ने वर्ष 1996 में दिल्ली विश्वविद्यालय से बीकॉम पास में ग्रेजुएशन की थी. वह मैथ्स और इकोनॉमिक्स पढ़ने का कोचिंग सेंटर चलता है. इस मामले में पुलिस एक महिला से भी पूछताछ करेगी जो लाजपत नगर में खुद का कोचिंग सेंटर चलती है. ये महिला उस व्हाट्स एप ग्रुप की एडमिन भी है जिसमें प्रश्न पत्र डाले गए थे.
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पुलिस इस मामले में एक दर्जन से ज्यादा लोगों से पूछताछ चल रही है. बीती रात से पुलिस 15 से ज्यादा ठिकानों पर छपेमारी कर चुकी है. पुलिस ने एग्जाम सेंटर तक पेपर पहुंचने का पूरा प्रोसीजर सीबीएसई से बताने को कहा है कि कैसे एग्जाम सेंटर तक पेपर्स पहुंचाए जाते हैं. पुलिस ने IPC की धारा 420, 468, 471 के तहत मामला दर्ज किया है.
अभिभावकों ने गणित और अर्थशास्त्र के पेपर दोबारा कराने के फैसले के खिलाफ अभिभावकों ने ऑनलाइन पिटिशन शुरू की है. अब तक 4 हज़ार से भी ज़्यादा अभिभावक जुड़ चुके हैं.
इस मामले में अपराध शाखा के विशेष आयुक्त आर पी उपाध्याय और अपराध शाखा के संयुक्त पुलिस आयुक्त आलोक कुमार ने दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक से बुधवार शाम आगे की जांच पर चर्चा की. दिल्ली पुलिस ने एक बयान जारी करके कहा कि सीबीएसई के क्षेत्रीय निदेशक की शिकायत पर उन्होंने दो मामले दर्ज किए हैं. पहला मामला अर्थशास्त्र का पेपर लीक होने के संबंध में कल दर्ज किया था वहीं 10वीं का पेपर लीक होने का मामला दर्ज किया गया.
ये मामले धोखाधड़ी, आपराधिक षडयंत्र और आपराधिक विश्वासघात के आरोप में दर्ज किए गए हैं. मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन किया गया है जिसमें दो पुलिस उपायुक्त , चार सहायक पुलिस आयुक्त और पांच निरीक्षक शामिल हैं. यह दल संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) की निगरानी में काम करेगा.
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बताया जा रहा है कि विक्की ने वर्ष 1996 में दिल्ली विश्वविद्यालय से बीकॉम पास में ग्रेजुएशन की थी. वह मैथ्स और इकोनॉमिक्स पढ़ने का कोचिंग सेंटर चलता है. इस मामले में पुलिस एक महिला से भी पूछताछ करेगी जो लाजपत नगर में खुद का कोचिंग सेंटर चलती है. ये महिला उस व्हाट्स एप ग्रुप की एडमिन भी है जिसमें प्रश्न पत्र डाले गए थे.
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पुलिस इस मामले में एक दर्जन से ज्यादा लोगों से पूछताछ चल रही है. बीती रात से पुलिस 15 से ज्यादा ठिकानों पर छपेमारी कर चुकी है. पुलिस ने एग्जाम सेंटर तक पेपर पहुंचने का पूरा प्रोसीजर सीबीएसई से बताने को कहा है कि कैसे एग्जाम सेंटर तक पेपर्स पहुंचाए जाते हैं. पुलिस ने IPC की धारा 420, 468, 471 के तहत मामला दर्ज किया है.
अभिभावकों ने गणित और अर्थशास्त्र के पेपर दोबारा कराने के फैसले के खिलाफ अभिभावकों ने ऑनलाइन पिटिशन शुरू की है. अब तक 4 हज़ार से भी ज़्यादा अभिभावक जुड़ चुके हैं.
इस मामले में अपराध शाखा के विशेष आयुक्त आर पी उपाध्याय और अपराध शाखा के संयुक्त पुलिस आयुक्त आलोक कुमार ने दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक से बुधवार शाम आगे की जांच पर चर्चा की. दिल्ली पुलिस ने एक बयान जारी करके कहा कि सीबीएसई के क्षेत्रीय निदेशक की शिकायत पर उन्होंने दो मामले दर्ज किए हैं. पहला मामला अर्थशास्त्र का पेपर लीक होने के संबंध में कल दर्ज किया था वहीं 10वीं का पेपर लीक होने का मामला दर्ज किया गया.
ये मामले धोखाधड़ी, आपराधिक षडयंत्र और आपराधिक विश्वासघात के आरोप में दर्ज किए गए हैं. मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन किया गया है जिसमें दो पुलिस उपायुक्त , चार सहायक पुलिस आयुक्त और पांच निरीक्षक शामिल हैं. यह दल संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) की निगरानी में काम करेगा.
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