
- दिल्ली पुलिस ने स्वतंत्रता दिवस पर सतर्कता और प्रोएक्टिव पुलिसिंग के तहत बड़ी गैंगवार साजिश को विफल किया.
- बवाना थाना पुलिस ने ओयो होटल से तीन आरोपियों को हथियारों सहित गिरफ्तार किया जिनका गैंगवार से संबंध था.
- गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अंज़र आलम, ऋतिक और राजेश कुमार उर्फ सरदार के रूप में हुई है.
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर Outer North District में दिल्ली पुलिस ने सतर्कता और प्रोएक्टिव पुलिसिंग का बेहतरीन उदाहरण पेश किया. सुरक्षा अभियान के तहत बवाना थाना पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर एक बड़ी गैंगवार की साज़िश को विफल कर दिया. 15 अगस्त को डीसीपी हरेश्वर स्वामी के निर्देशन में चलाए गए अभियान के दौरान पुलिस ने ओयो होटल के बाहर संदिग्ध हालत में खड़ी एक बाइक देखी. हेड कांस्टेबल हरीश की सतर्कता से होटल में पूछताछ की गई, जिससे पता चला कि बाइक का मालिक तीन दिनों से होटल में ठहरा हुआ है.
कमरे से हथियार बरामद, तीन आरोपी गिरफ्तार
होटल रूम की जांच में तीन संदिग्ध युवक मिले. तलाशी के दौरान एक पिस्टल, 14 कारतूस और एक देसी कट्टा बरामद हुआ. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अंज़र आलम, ऋतिक और राजेश कुमार उर्फ सरदार के रूप में हुई है.
गैंगवार की पृष्ठभूमि और साजिश का खुलासा
दिल्ली में लंबे समय से राजेश बावानिया और नवीन बाली गैंग के बीच खूनी गैंगवार चल रही है. अब तक कई हत्याएं हो चुकी हैं, जिनमें अजय उर्फ बहादुर और धर्मवीर उर्फ बिल्लू की हत्या शामिल है. जांच में सामने आया कि जेल में बंद नवीन बाली ने बदला लेने के लिए यह साजिश रची थी.
विदेश से मिली फंडिंग, व्हाट्सएप पर संपर्क
आरोपी 11 अगस्त से होटल में ठहरे हुए थे और लगातार टारगेट की रैकी कर रहे थे. ऋतिक को रैकी की जिम्मेदारी दी गई थी, जबकि अंज़र और राजेश हत्या को अंजाम देने वाले थे. गैंग लीडर हिमांशु भाऊ, जो विदेश में छिपा है, ने अंज़र को ₹70,000 भेजे थे. सभी आरोपी व्हाट्सएप के जरिए संपर्क में थे.
दिल्ली में एक और गैंगवार टली
इस गिरफ्तारी से दिल्ली में संभावित गैंगवार की एक और बड़ी घटना टल गई. पुलिस ने जेल से रची गई खतरनाक साज़िश का पर्दाफाश कर राजधानी को एक बड़ी हिंसा से बचा लिया.
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