
चंडीगढ़ में पदस्थापित डीआईजी तरूण गौबा ने व्यापमं घोटाले की जांच की थी. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
Quick Take
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
गणतंत्र दिवस के अवसर पर विशिष्ट और उत्कृष्ट सेवा पदक से नवाजा गया.
CBI में संयुक्त निदेशक एवाईवी कृष्णा ने सत्यम घोटाले की जांच की थी.
चंडीगढ़ में पदस्थापित डीआईजी तरूण गौबा ने व्यापमं घोटाले की जांच की थी.
दरअसल, CBI के हैदराबाद में तैनात संयुक्त निदेशक एवाईवी कृष्णा ने कई करोड़ के जटिल सत्यम घोटाले की जांच की थी. उन्होंने तीन महीने के अंदर जांच पूरी कर चार्जशीट फाइल की थी. उनकी जांच के कारण सत्यम प्रमुख रामलिंगा राजू और अन्य को दोषी ठहराया गया. इसके साथ ही उनपर भारी जुर्माना लगा था. कृष्णा को उत्कृष्ट सेवा के लिए इस वर्ष राष्ट्रपति के पुलिस पदक से नवाजा गया है.
चंडीगढ़ में पदस्थापित डीआईजी तरूण गौबा ने व्यापमं घोटाले की जांच की थी. मध्यप्रदेश पेशेवर परीक्षा बोर्ड के माध्यम से उम्मीदवारों के चयन में भ्रष्टाचार के आरोप लगने से राजनीतिक हलकों में काफी हलचल मची थी.
बीते 8 नवम्बर 2016 को नोटबंदी की घोषणा के बाद अवैध रूप से नोट बदलने से जुड़े मामलों का पता लगाने में चेन्नई में पदस्थापित पुलिस अधीक्षक पीसी थेनमोझी ने अहम भूमिका निभाई थी.
गौबा और थेनमोझी को उत्कृष्ट सेवा के लिए पुलिस पदक से नवाजा गया है.
राष्ट्रपति के पुलिस पदक से सम्मानित अन्य अधिकारियों में पुलिस अधीक्षक सुशील प्रसाद सिंह, अतिरिक्त एसपी देवेन्द्र सिंह, पुलिस उपाधीक्षक किशन सिंह नेगी, निरीक्षक बंशीधर तिवारी और सहायक उपनिरीक्षक जी सत्यनारायण शामिल हैं. (इनपुट भाषा से भी)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
सत्यम घोटाला, व्यापमं घोटाला, नोटबंदी, सीबीआई, Satyam Scam, Vyapam Case, Note Ban, CBI, President Medal, राष्ट्रपति पुलिस पदक, President Police Medal