शाहीन बाग में नागरिकता कानून के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन स्थल पर एक शख्स मंगलवार को हथियार लेकर पहुंच गया. हाजी लुकमान नाम के इस शख्स का कहना है कि वह 30 साल से इसी इलाके में रहता है. हाजी लुकमान ने बताया कि वह पेशे से बिल्डर है और छोटे-मोटे काम करता है. उसने बताया कि वह आज प्रदर्शन कर रहे लोगों को सिर्फ यह समझाने गया था कि एक तरफ का रास्ता खोल दिया जाए, क्योंकि इलाके के लोगों को बहुत ज्यादा परेशानी हो रही है. एक तरफ से रास्ता खोलने से स्कूल बस और जरूरी वाहनों को निकलने में आसानी होगी. हाजी ने बताया कि जब वह लोगों को समझा रहा था उसी दौरान कुछ लोग आए और उनके साथ मारपीट की और उसकी लाइसेंसी पिस्टल छीन ली. बाद में लोगों ने उसे वहां से भाग जाने को कहा.
लुकमान ने बताया कि बाद में लोगों ने हालांकि उनकी पिस्टल और मोबाइल लौटा दी. लुकमान ने कहा कि वह किसी राजनीतिक पार्टी से जुड़ा हुआ नहीं है, लेकिन इलाके और आसपास के लोगों की परेशानी देखने हुए वह वहां उसके बात करने गया था. इस बीच अब उसे आरएसएस का एजेंट बता दिया गया है. हाजी ने बताया कि मैं पुलिस के संपर्क में हूं और क्या कानूनी कार्रवाई करनी है अभी देख रहा हूं.
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बता दें कि शाहीन बाग में सीएए के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन की अगुआई मुख्य तौर पर महिलाएं कर रही हैं. इस प्रदर्शन में हर रोज हजारों की तादाद में समर्थकों का जमावड़ा लग रहा है.
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