नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'योगी' से 'महानायक' बने नेता की संज्ञा देते हुए केंद्रीय मंत्री तथा भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की दिग्गज नेता उमा भारती का कहना है कि प्रधानमंत्री ने काले धन के खिलाफ नोटबंदी का कदम उठाकर कार्ल मार्क्स की ही विचारधारा को आगे बढ़ाया है, इसलिए दुनिया के सभी वामपंथियों को उनका अभिनंदन करना चाहिए.
अंग्रेज़ी दैनिक 'इकोनॉमिक टाइम्स' को दिए एक साक्षात्कार में जल संसाधन मंत्री ने कहा कि 500 तथा 1,00 रुपये के नोटों को बंद किया जाना काले धन के खिलाफ उनकी पार्टी के ही अभियान का हिस्सा है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी को पहली बार बहुमत हासिल हो पाया है, और उन्होंने तुरंत ही काले धन पर हमला बोल दिया है.
सरकार के मुताबिक काले धन के खिलाफ जंग के तहत उठाए गए नोटबंदी के कदम के बारे में उमा भारती ने कहा, "यह मार्क्सवादियों का एजेंडा है, जो पीएम (नरेंद्र मोदी) लागू कर रहे हैं... जो कभी (राम मनोहर) लोहिया ने कहा, कभी कांशीराम ने कहा... बल्कि सही में, मार्क्स ने जो कहा, प्रधानमंत्री वही लागू कर रहे हैं..."
इंटरव्यू के मुताबिक, उमा भारती ने विस्तार से इसे समझाते हुए कहा, "(कार्ल) मार्क्स ने हमेशा कहा था कि समानता होनी चाहिए, और किसी तरह की असमानता नहीं रहनी चाहिए... यदि एक व्यक्ति के पास 12 कमरों वाला घर है, और कहीं और एक ही कमरे में 12 लोग रह रहे हैं, तो ऐसी असमानता कतई स्वीकार्य नहीं होगी..."
केंद्रीय मंत्री ने कहा, "प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) बिल्कुल वही कर रहे हैं... वह अमीर और गरीब के बीच की दूरी को कम कर रहे हैं..." उमा भारती ने कहा, "लेकिन यह प्रक्रिया इस तरीके से भी नहीं होनी चाहिए कि 12 कमरों वाले घरों से लोगों को खींचकर बाहर लाया जाए, और उनके घरों पर जबरन कब्ज़ा कर लिया जाए... इसे जन-धन खातों, मुद्रा योजना और काले धन की जवाबदेही लाकर हासिल किया जा सकता है... मैं तो मानती हूं कि पूरी दुनिया के वामपंथियों को मोदी जी का अभिनंदन करना चाहिए..."
अंग्रेज़ी दैनिक 'इकोनॉमिक टाइम्स' के अनुसार, प्रधानमंत्री के बारे में उनकी राय पूछे जाने पर उमा भारती ने कहा, "वह तीन बदलाव लेकर आए हैं... उन्होंने भारतीय राजनीति में विकास को एजेंडा बना दिया है... उन्होंने गरीबों के कल्याण के लिए ऊंचे दर्जे की तकनीक का इस्तेमाल किया... और तीसरे, व्यक्ति के रूप में महानायक हैं मोदी जी... बल्कि मैं तो यह कहूंगी कि कि एक योगी हैं, जो महानायक के रूप में बदल गया है... भारत को इस समय इसी व्यक्ति की ज़रूरत थी..."
अंग्रेज़ी दैनिक 'इकोनॉमिक टाइम्स' को दिए एक साक्षात्कार में जल संसाधन मंत्री ने कहा कि 500 तथा 1,00 रुपये के नोटों को बंद किया जाना काले धन के खिलाफ उनकी पार्टी के ही अभियान का हिस्सा है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी को पहली बार बहुमत हासिल हो पाया है, और उन्होंने तुरंत ही काले धन पर हमला बोल दिया है.
सरकार के मुताबिक काले धन के खिलाफ जंग के तहत उठाए गए नोटबंदी के कदम के बारे में उमा भारती ने कहा, "यह मार्क्सवादियों का एजेंडा है, जो पीएम (नरेंद्र मोदी) लागू कर रहे हैं... जो कभी (राम मनोहर) लोहिया ने कहा, कभी कांशीराम ने कहा... बल्कि सही में, मार्क्स ने जो कहा, प्रधानमंत्री वही लागू कर रहे हैं..."
इंटरव्यू के मुताबिक, उमा भारती ने विस्तार से इसे समझाते हुए कहा, "(कार्ल) मार्क्स ने हमेशा कहा था कि समानता होनी चाहिए, और किसी तरह की असमानता नहीं रहनी चाहिए... यदि एक व्यक्ति के पास 12 कमरों वाला घर है, और कहीं और एक ही कमरे में 12 लोग रह रहे हैं, तो ऐसी असमानता कतई स्वीकार्य नहीं होगी..."
केंद्रीय मंत्री ने कहा, "प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) बिल्कुल वही कर रहे हैं... वह अमीर और गरीब के बीच की दूरी को कम कर रहे हैं..." उमा भारती ने कहा, "लेकिन यह प्रक्रिया इस तरीके से भी नहीं होनी चाहिए कि 12 कमरों वाले घरों से लोगों को खींचकर बाहर लाया जाए, और उनके घरों पर जबरन कब्ज़ा कर लिया जाए... इसे जन-धन खातों, मुद्रा योजना और काले धन की जवाबदेही लाकर हासिल किया जा सकता है... मैं तो मानती हूं कि पूरी दुनिया के वामपंथियों को मोदी जी का अभिनंदन करना चाहिए..."
अंग्रेज़ी दैनिक 'इकोनॉमिक टाइम्स' के अनुसार, प्रधानमंत्री के बारे में उनकी राय पूछे जाने पर उमा भारती ने कहा, "वह तीन बदलाव लेकर आए हैं... उन्होंने भारतीय राजनीति में विकास को एजेंडा बना दिया है... उन्होंने गरीबों के कल्याण के लिए ऊंचे दर्जे की तकनीक का इस्तेमाल किया... और तीसरे, व्यक्ति के रूप में महानायक हैं मोदी जी... बल्कि मैं तो यह कहूंगी कि कि एक योगी हैं, जो महानायक के रूप में बदल गया है... भारत को इस समय इसी व्यक्ति की ज़रूरत थी..."
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