लंदन:
खुद को कथित यौन उत्पीड़न से बचाने के क्रम में भारत में आगरा के एक होटल की बालकनी से कूदने वाली ब्रिटिश महिला ने कसम ली है कि अपने हमलावरों के खिलाफ गवाही देने के लिए वह वापस जाएगी लेकिन साथ ही कहा कि वह ‘कभी भी’ अकेले यात्रा नहीं करेगी।
अपनी यात्रा बीच में छोड़कर ब्रिटेन वापस आने के बाद ग्रीनविच की यह महिला पहली बार घटना के संबंध में बात कर रही थीं।
पिछले सप्ताह होटल की दूसरी मंजिल की बालकनी से कूदने वाली इस महिला को पैरों में चोट आई है। उनका कहना है, ‘यदि मुझे गवाही देने की जरूरत पड़ी तो मैं जरूर वापस जाऊंगी।’ लेकिन साथ ही कहती हैं कि ‘कभी भी अकेले यात्रा नहीं करेंगी।’
महिला का कहना है कि वह इसलिए बात करना चाहती हैं ‘क्योंकि यौन उत्पीड़न की शर्म कई लोगों को इतना डरा देता है कि वे कुछ बोल ही नहीं पाते।’ उसने होटल में ठहरे अन्य लोगों के व्यवहार को काफी ‘घिनौना’ कहा क्योंकि वह करीब एक घंटे तक मदद के लिए चीखती रहीं लेकिन कोई उन्हें बचाने नहीं आया।
होटल ‘आगरा महल’ का प्रबंधक सचिन चौहान और गार्ड पिछले सप्ताह यौन उत्पीड़न के मामले में अदालत में पेश हुए थे। हालांकि दोनों ने कहा कि उन्होंने उसे जगाने के लिए उनके दरवाजे पर दस्तक दी थी।
महिला ने इस बात से इनकार किया है कि उसने किसी से भी उसे जगाने के लिए कहा था और बताया कि उसने जयपुर जाने के लिए अपने फोन पर साढ़े चार बजे का अलार्म लगा लिया था।
महिला ने कहा कि उसने रात के कपड़े पहने हुए ही दरवाजा खोला। बाहर खड़े होटल के प्रबंधक ने उससे पूछा कि क्या वह स्नान करना चाहेंगी और उनके शरीर की मालिश करने का भी प्रस्ताव रखा। उसने कहा, ‘प्रबंधक ने अपने हाथ में पकड़ी हुई तेल की शीशी दिखाते हुए पूछा।’ महिला ने कहा, ‘मैंने अपनी चाभी ताले में ही लगी रहने दी लेकिन मैं उन्हें दूसरी ओर से दरवाजा खोलने की कोशिश करते हुए महसूस कर रही थी।’ उसने उन्हें रोकने के लिए होटल के फर्नीचर का इस्तेमाल भी किया।
महिला ने कहा, ‘किसी भी तरह वे मेरे कमरे में घुसने वाले हैं। मुझे 100 फीसदी यकीन था और फिर एक ही तरीका था दूसरी मंजिल की बालकनी से कूदना।’ उसका कहना है कि वह पूरी सावधानी बरत रही थी। हाल ही में महिलाओं के साथ हुई घटनाओं के बारे में सुनने के बाद मैं पूरे कपड़े भी पहन रही थी।
अपनी यात्रा बीच में छोड़कर ब्रिटेन वापस आने के बाद ग्रीनविच की यह महिला पहली बार घटना के संबंध में बात कर रही थीं।
पिछले सप्ताह होटल की दूसरी मंजिल की बालकनी से कूदने वाली इस महिला को पैरों में चोट आई है। उनका कहना है, ‘यदि मुझे गवाही देने की जरूरत पड़ी तो मैं जरूर वापस जाऊंगी।’ लेकिन साथ ही कहती हैं कि ‘कभी भी अकेले यात्रा नहीं करेंगी।’
महिला का कहना है कि वह इसलिए बात करना चाहती हैं ‘क्योंकि यौन उत्पीड़न की शर्म कई लोगों को इतना डरा देता है कि वे कुछ बोल ही नहीं पाते।’ उसने होटल में ठहरे अन्य लोगों के व्यवहार को काफी ‘घिनौना’ कहा क्योंकि वह करीब एक घंटे तक मदद के लिए चीखती रहीं लेकिन कोई उन्हें बचाने नहीं आया।
होटल ‘आगरा महल’ का प्रबंधक सचिन चौहान और गार्ड पिछले सप्ताह यौन उत्पीड़न के मामले में अदालत में पेश हुए थे। हालांकि दोनों ने कहा कि उन्होंने उसे जगाने के लिए उनके दरवाजे पर दस्तक दी थी।
महिला ने इस बात से इनकार किया है कि उसने किसी से भी उसे जगाने के लिए कहा था और बताया कि उसने जयपुर जाने के लिए अपने फोन पर साढ़े चार बजे का अलार्म लगा लिया था।
महिला ने कहा कि उसने रात के कपड़े पहने हुए ही दरवाजा खोला। बाहर खड़े होटल के प्रबंधक ने उससे पूछा कि क्या वह स्नान करना चाहेंगी और उनके शरीर की मालिश करने का भी प्रस्ताव रखा। उसने कहा, ‘प्रबंधक ने अपने हाथ में पकड़ी हुई तेल की शीशी दिखाते हुए पूछा।’ महिला ने कहा, ‘मैंने अपनी चाभी ताले में ही लगी रहने दी लेकिन मैं उन्हें दूसरी ओर से दरवाजा खोलने की कोशिश करते हुए महसूस कर रही थी।’ उसने उन्हें रोकने के लिए होटल के फर्नीचर का इस्तेमाल भी किया।
महिला ने कहा, ‘किसी भी तरह वे मेरे कमरे में घुसने वाले हैं। मुझे 100 फीसदी यकीन था और फिर एक ही तरीका था दूसरी मंजिल की बालकनी से कूदना।’ उसका कहना है कि वह पूरी सावधानी बरत रही थी। हाल ही में महिलाओं के साथ हुई घटनाओं के बारे में सुनने के बाद मैं पूरे कपड़े भी पहन रही थी।
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