तिरूनेलवेली (तमिलनाडु):
ब्रिटेन से आए एक अध्यापक ने तमिलनाडु के तिरूनेलवेली में आधिकारिक गणतंत्र दिवस समारोह में पैंट के एक फटे हिस्से को ढकने के लिए भारत के झंडे को पिन से टांक लिया।
शिक्षा विभाग के एक कार्यक्रम के तहत लंदन के एक स्कूल से आए पॉल फिक्सर डाइक को मुख्य पंक्ति में पैंट के फटे हिस्से को ढंकने के लिए धातु का झंडा लगाए हुए देखा गया।
जिला कलेक्टर समयामूर्ति ने अधिकारियों से डाइक और उसकी महिला सहयोगी लोरा क्लार्क को सम्मानित करने के लिए मंच पर बुलाने के लिए कहा। डाइक ने जैसे ही चलना शुरू किया, उनकी पैंट एक जगह फंसकर फट गई। इसके बाद उन्होंने फटे हिस्से को ढंकने के लिए कमीज से निकालकर धातु का झंडा वहां लगाया।
एक अधिकारी ने कहा कि किसी को उन्हें राष्ट्रीय झंडा अपने पैर से हटाने की सलाह देनी चाहिए थी, लेकिन संभवत: भाषा समस्या की वजह से ऐसा नहीं किया गया। अधिकारियों ने हालांकि इस घटना को कमतर करने का प्रयास किया और कहा कि डाइक ने केवल फटी पैंट को ढंकने के लिए झंडे का प्रयोग किया।
शिक्षा विभाग के एक कार्यक्रम के तहत लंदन के एक स्कूल से आए पॉल फिक्सर डाइक को मुख्य पंक्ति में पैंट के फटे हिस्से को ढंकने के लिए धातु का झंडा लगाए हुए देखा गया।
जिला कलेक्टर समयामूर्ति ने अधिकारियों से डाइक और उसकी महिला सहयोगी लोरा क्लार्क को सम्मानित करने के लिए मंच पर बुलाने के लिए कहा। डाइक ने जैसे ही चलना शुरू किया, उनकी पैंट एक जगह फंसकर फट गई। इसके बाद उन्होंने फटे हिस्से को ढंकने के लिए कमीज से निकालकर धातु का झंडा वहां लगाया।
एक अधिकारी ने कहा कि किसी को उन्हें राष्ट्रीय झंडा अपने पैर से हटाने की सलाह देनी चाहिए थी, लेकिन संभवत: भाषा समस्या की वजह से ऐसा नहीं किया गया। अधिकारियों ने हालांकि इस घटना को कमतर करने का प्रयास किया और कहा कि डाइक ने केवल फटी पैंट को ढंकने के लिए झंडे का प्रयोग किया।
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