नई दिल्ली:
सैन्य प्रमुख जनरल वीके सिंह ने अभी यह तय नहीं किया है कि उन्हें सेना में 600 ‘दोयम दर्जे’ के ट्रकों का बेड़ा शामिल करने के लिए रिश्वत की पेशकश को लेकर सीबीआई के सामने शिकायत दर्ज करानी है या नहीं। हालांकि सीबीआई ने इन आरोपों के संबंध में केस डायरी तैयार करना शुरू कर दिया है।
सीबीआई सूत्रों ने दावा किया कि जनरल सिंह ने सोमवार शाम सीबीआई अधिकारियों के दल के साथ बैठक के दौरान कहा कि अभी उन्होंने इस बारे में मन नहीं बनाया है कि उन्हें इस मामले में शिकायत दर्ज करानी है या नहीं।
सूत्रों ने कहा कि अगर जनरल सिंह शिकायत दर्ज कराते हैं तो एजेंसी नियमित मामले के साथ आगे बढ़ेगी और अगर वह शिकायत दर्ज नहीं कराते हैं तो प्राथमिक जांच की जाएगी।
फिलहाल यात्रा पर चल रहे जनरल सिंह ने सीबीआई अधिकारियों से कहा था कि यात्रा से लौटने के बाद इस संबंध में कोई फैसला किया जाएगा। सूत्रों ने कहा कि उनका साक्षात्कार प्रसारित करने वाले विभिन्न टीवी चैनलों से सीबीआई को अपने टेप जमा करने का अनुरोध किया गया है।
जनरल सिंह ने दावा किया था कि एक पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल ने उन्हें 14 करोड़ रूपये की रिश्वत देने का प्रस्ताव दिया था। इस बीच, सीबीआई ने रक्षा मंत्रालय को बताया है कि वह टाट्रा ट्रकों की खरीद को लेकर हुए समझौते से जुड़ी फाइलें तैयार रखें क्योंकि एजेंसी इस संबंध में एक अलग मामला दर्ज कर सकती है।
जनरल सिंह ने इस खुलासे में किसी का नाम नहीं लिया था लेकिन सेना की ओर से पांच मार्च को जारी प्रेस विज्ञप्ति में सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल तेजिंदर सिंह का जिक्र किया गया जिन पर टाट्रा एंड वेक्ट्रा लिमिटेड की ओर से रिश्वत की पेशकश करने का आरोप है।
सीबीआई सूत्रों ने दावा किया कि जनरल सिंह ने सोमवार शाम सीबीआई अधिकारियों के दल के साथ बैठक के दौरान कहा कि अभी उन्होंने इस बारे में मन नहीं बनाया है कि उन्हें इस मामले में शिकायत दर्ज करानी है या नहीं।
सूत्रों ने कहा कि अगर जनरल सिंह शिकायत दर्ज कराते हैं तो एजेंसी नियमित मामले के साथ आगे बढ़ेगी और अगर वह शिकायत दर्ज नहीं कराते हैं तो प्राथमिक जांच की जाएगी।
फिलहाल यात्रा पर चल रहे जनरल सिंह ने सीबीआई अधिकारियों से कहा था कि यात्रा से लौटने के बाद इस संबंध में कोई फैसला किया जाएगा। सूत्रों ने कहा कि उनका साक्षात्कार प्रसारित करने वाले विभिन्न टीवी चैनलों से सीबीआई को अपने टेप जमा करने का अनुरोध किया गया है।
जनरल सिंह ने दावा किया था कि एक पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल ने उन्हें 14 करोड़ रूपये की रिश्वत देने का प्रस्ताव दिया था। इस बीच, सीबीआई ने रक्षा मंत्रालय को बताया है कि वह टाट्रा ट्रकों की खरीद को लेकर हुए समझौते से जुड़ी फाइलें तैयार रखें क्योंकि एजेंसी इस संबंध में एक अलग मामला दर्ज कर सकती है।
जनरल सिंह ने इस खुलासे में किसी का नाम नहीं लिया था लेकिन सेना की ओर से पांच मार्च को जारी प्रेस विज्ञप्ति में सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल तेजिंदर सिंह का जिक्र किया गया जिन पर टाट्रा एंड वेक्ट्रा लिमिटेड की ओर से रिश्वत की पेशकश करने का आरोप है।
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