नई दिल्ली:
दिल्ली पुलिस आयुक्त बी के गुप्ता ने कहा कि इस्राइली उच्चायोग के कार के पिछले हिस्से में चुंबकीय उपकरण लगाकर विस्फोट कराने के लिए रिमोट कंट्रोल उपकरण का उपयोग किया गया हो सकता है।
उन्होंने कहा कि आज हुई इस घटना की जांच की जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा को दिया गया है। एक प्रत्यक्षदर्शी का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि औरंगजेब रोड क्रासिंग के पास कार में एक मोटर साइकिल सवार ने चुंबकीय उपकरण लगाया जिसके बाद कुछ ही मीटर आगे बढ़ने पर कार में हल्का विस्फोट हुआ और इसमें आग लग गई।
गुप्ता ने कहा, ‘यह एक तरह का चुंबकीय उपकरण था जिसका इस्तेमाल कार को निशाना बनाने के लिए किया गया था।’ उन्होंने कहा कि इस घटना में तीन लोग घायल हो गए। फारेंसिक दल को घटना स्थल पर विस्फोट का नमूना एकत्र करने के लिए भेजा गया है। दिल्ली पुलिस आयुक्त ने कहा कि इस्राइली उच्चायोग में घायल महिला की हालत स्थिर है।
बहरहाल, सूत्रों ने बताया कि ऐसा नहीं लगता है कि विस्फोट के लिए टाइमर का इस्तेमाल किया गया होगा और रिमोट कंट्रोल उपकरण का इस्तेमाल किया गया हो सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं लगता है कि विस्फोट में किसी स्थानीय गिरोह का हाथ है। गुप्ता ने कहा कि यह घटना औरंगजेब रोड के पास तीन बजकर 16 मिनट पर घटी।
उन्होंने कहा, ‘इस्राइली रक्षा अताशे की पत्नी तालयेशोबा (42 वर्ष) अमेरिकी उच्चायोग स्कूल से अपने दोनों बच्चों को लाने जा रही थी जब यह घटना घटी।’ उन्होंने कहा कि हमें इसकी जानकारी नहीं है कि कौन से रसायन का इस्तेमाल किया गया। सीएफएसएल इसकी जांच कर रहा है।
इस घटना में तालयेशोबा के अलावा मनोज शर्मा (42 वर्ष), अरूण शर्मा (61 वर्ष) और मंजीत सिंह (78 वर्ष) भी घायल हो गए। हमलावर के बारे में पूछे जाने पर गुप्ता ने कहा कि वह लाल हेलमेट और भूरा जैकेट पहने हुए थे।
उन्होंने कहा कि आज हुई इस घटना की जांच की जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा को दिया गया है। एक प्रत्यक्षदर्शी का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि औरंगजेब रोड क्रासिंग के पास कार में एक मोटर साइकिल सवार ने चुंबकीय उपकरण लगाया जिसके बाद कुछ ही मीटर आगे बढ़ने पर कार में हल्का विस्फोट हुआ और इसमें आग लग गई।
गुप्ता ने कहा, ‘यह एक तरह का चुंबकीय उपकरण था जिसका इस्तेमाल कार को निशाना बनाने के लिए किया गया था।’ उन्होंने कहा कि इस घटना में तीन लोग घायल हो गए। फारेंसिक दल को घटना स्थल पर विस्फोट का नमूना एकत्र करने के लिए भेजा गया है। दिल्ली पुलिस आयुक्त ने कहा कि इस्राइली उच्चायोग में घायल महिला की हालत स्थिर है।
बहरहाल, सूत्रों ने बताया कि ऐसा नहीं लगता है कि विस्फोट के लिए टाइमर का इस्तेमाल किया गया होगा और रिमोट कंट्रोल उपकरण का इस्तेमाल किया गया हो सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं लगता है कि विस्फोट में किसी स्थानीय गिरोह का हाथ है। गुप्ता ने कहा कि यह घटना औरंगजेब रोड के पास तीन बजकर 16 मिनट पर घटी।
उन्होंने कहा, ‘इस्राइली रक्षा अताशे की पत्नी तालयेशोबा (42 वर्ष) अमेरिकी उच्चायोग स्कूल से अपने दोनों बच्चों को लाने जा रही थी जब यह घटना घटी।’ उन्होंने कहा कि हमें इसकी जानकारी नहीं है कि कौन से रसायन का इस्तेमाल किया गया। सीएफएसएल इसकी जांच कर रहा है।
इस घटना में तालयेशोबा के अलावा मनोज शर्मा (42 वर्ष), अरूण शर्मा (61 वर्ष) और मंजीत सिंह (78 वर्ष) भी घायल हो गए। हमलावर के बारे में पूछे जाने पर गुप्ता ने कहा कि वह लाल हेलमेट और भूरा जैकेट पहने हुए थे।
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