छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सली हमले के 24 घंटे बीत जाने के बाद अब कहीं जाकर शहीद हुए सात जवानों के शवों को पुलिस अपने कब्जे में लेकर घटनास्थल से कांकेर लंका स्थित सीआरपीएफ कैम्प के लिए रवाना हुई है।
इससे पहले मौक़े पर गई सुरक्षा बल और पुलिस की टीम वापस लौट आई थी। सूत्रों ने बताया था कि जैसे ही ये टीम घटनास्थल पर पहुंची थी, तभी नक्सलियों की ओर से फ़ायरिंग शुरू हो गई थी, जिसके बाद वे शवों को लिए बिना ही लौट गए थे।
गौरतलब है कि राज्य के नक्सल प्रभावित इस जिले में नक्सलियों ने शनिवार को पुलिस दल पर घात लगाकर हमला कर दिया था, जिसमें एक प्लाटून कमांडर समेत सात जवान शहीद हो गए थे और 12 अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए।
एसटीएफ दल जब पिड़मेल गांव के जंगल के करीब पहुंचा था, तभी करीब 100 नक्सलियों ने पुलिस दल पर घात लगाकर हमला कर दिया था। नक्सलियों द्वारा गोलीबारी के बाद पुलिस दल ने भी जवाबी कार्रवाई की और कुछ देर तक मुठभेड़ के बाद नक्सली वहां से फरार हो गए।
गौरतलब है कि इससे पहले अप्रैल 2010 में सुकमा में नक्सलियों के हमले में 74 जवान शहीद हो गए थे। वहीं साल 2013 में नक्सलियों ने राज्य के कुछ शीर्ष कांग्रेस नेताओं समेत 25 लोगों की हत्या कर दी थी।
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