मुंबई:
एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने मुंबई बीएमसी समेत 6 महानगरपालिका चुनाव में गठबंधन पर फैसला लेने के लिए कांग्रेस को सोमवार शाम तक का समय दिया है। सीटों पर समझौते को लेकर दोनों पार्टियों के बीच बैठक हो चुकी है लेकिन इस पर अबतक कोई फैसला नहीं हो सका है।
एनसीपी और कांग्रेस ने बीएमसी के पिछले दो चुनावों को एक साथ कभी नहीं लड़ा है, इसलिए कुछ कांग्रेसी नेता एनसीपी के साथ गठजोड़ का विरोध भी कर रहे हैं। उनका कहना है कि मुंबई में एनसीपी की पकड़ नहीं है इसलिए इस गठबंधन से कांग्रेस को फ़ायदा होता नहीं दिख रहा।
वहीं एनसीपी ने कहा है कि कांग्रेस को कोई अल्टीमेटम नहीं दिया गया है। एनसीपी नेता तारिक अनवर ने कहा है कि हम महापालिका चुनावों के पहले ही सीटों को लेकर सबकुछ साफ़ कर लेना चाहते हैं। तारिक अनवर ने कहा कि पिछले चुनावों में कांग्रेस के साथ कुछ समझौता नहीं हो पाया था। एनसीपी इन चुनावों में 65 सीटों की मांग कर रही है। एनसीपी ने ये भी कहा है कि वो पिछले चुनावों में नंबर वन थी।
बीएमसी चुनावों के लिए कांग्रेस−एनसीपी के बीच सीटों के तालमेल पर टकराव ख़त्म नहीं हो रहा लेकिन शिवसेना−बीजेपी और आरपीआई के बीच सीटों का समझौता हो गया है।
227 सीटों में से शिवसेना 136 बीजेपी 62 और आरपीआई 29 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। किस सीट पर किस पार्टी का उम्मीदवार होगा—इसका आधिकारिक ऐलान बुधवार को किया जाएगा। शिवसेना−बीजेपी बीएमसी की सत्ता में है। इस बार इस गठबंधन में रामदास अठावले की आरपीआई भी शामिल है। चुनावों के लिए सोलह फरवरी को वोट डाले जाएंगे।
एनसीपी और कांग्रेस ने बीएमसी के पिछले दो चुनावों को एक साथ कभी नहीं लड़ा है, इसलिए कुछ कांग्रेसी नेता एनसीपी के साथ गठजोड़ का विरोध भी कर रहे हैं। उनका कहना है कि मुंबई में एनसीपी की पकड़ नहीं है इसलिए इस गठबंधन से कांग्रेस को फ़ायदा होता नहीं दिख रहा।
वहीं एनसीपी ने कहा है कि कांग्रेस को कोई अल्टीमेटम नहीं दिया गया है। एनसीपी नेता तारिक अनवर ने कहा है कि हम महापालिका चुनावों के पहले ही सीटों को लेकर सबकुछ साफ़ कर लेना चाहते हैं। तारिक अनवर ने कहा कि पिछले चुनावों में कांग्रेस के साथ कुछ समझौता नहीं हो पाया था। एनसीपी इन चुनावों में 65 सीटों की मांग कर रही है। एनसीपी ने ये भी कहा है कि वो पिछले चुनावों में नंबर वन थी।
बीएमसी चुनावों के लिए कांग्रेस−एनसीपी के बीच सीटों के तालमेल पर टकराव ख़त्म नहीं हो रहा लेकिन शिवसेना−बीजेपी और आरपीआई के बीच सीटों का समझौता हो गया है।
227 सीटों में से शिवसेना 136 बीजेपी 62 और आरपीआई 29 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। किस सीट पर किस पार्टी का उम्मीदवार होगा—इसका आधिकारिक ऐलान बुधवार को किया जाएगा। शिवसेना−बीजेपी बीएमसी की सत्ता में है। इस बार इस गठबंधन में रामदास अठावले की आरपीआई भी शामिल है। चुनावों के लिए सोलह फरवरी को वोट डाले जाएंगे।