मुंबई:
बीएमसी चुनाव से पहले अपनी दशहरा रैली पर शिवसेना की 3 पिढियों ने मुंबई के शिवाजी पार्क मे अपनी ताकत दिखाई। शिवसेना प्रमुख ने मुंबई के गढ्ढों के मसले पर पार्टी का जोरदार बचाव किया वहीं देश के हर संकट के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। शिवसेना की दशहरा रैली पर अपने भाषण में पार्टी प्रमुख ने सबसे पहले अदालती आदेश का मज़ाक उड़ाया। हाईकोर्ट ने 50 डेसीबल से कम शोर के साथ शिवाजी पार्क में इस रैली को इजाज़त दी थी। लेकिन बाल ठाकरे ने कहा, शिवसेना की आवाज़ कोई दबा नहीं सकता। अपने भाषण में उन्होंने कांग्रेस को असली निशाने पर रखा। अफजल गुरु और कसाब की टलती रही फांसी के बहाने कांग्रेस को जमकर कोसा। अफजल की फांसी क्यों नहीं हो रही क्या वजहें है इसकी उसपर इतने खर्चे का कोई हिसाब है। अपने विरोधियों की नकल उतारे बिना बाल ठाकरे का भाषण पूरा नहीं हो सकता। से ठाकरे ने आरआर पाटिल, पृथ्वीराज चव्हाण से लेकर प्रधानमंत्री तक की नकल उतारी। जाते जाते अण्णा हजारे को भी सलाह दे गये। लेकिन इस रैली की खास बात ये भी रही कि उद्धव ठाकरे और बाल ठाकरे में से किसी ने भी अपने भाषण मे राज ठाकरे का नाम तक नही लिया। जबकि राज और उद्धव की जुबानी जंग हफ़्तेभर पहले ही काफी सुर्खियों में रही थी।