कोलकाता:
पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के चुनाव प्रचार में काले धन के उपयोग के आरोपों को खारिज करते हुए पार्टी अध्यक्ष ममता बनर्जी ने दावा किया कि निराधार आरोपों से मतदाताओं पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। ममता ने साक्षात्कार में कहा, माकपा और इस तरह के आरोप लगाने वाले लोगों की विश्वसनीयता क्या है। माकपा को भ्रष्टाचार के बारे में बात करने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा, पिछले तीन दशक में बंगाल के सभी कोनों से जिन्होंने करोड़ों रुपये लूटे हैं वे बिना आधार के फिजूल के आरोप लगा रहे हैं। जनता तय करेगी कि कौन सच बोल रहा है और कौन पूरी तरह विफल होने से कुछ दिन पहले हताश होकर आरोप लगा रहा है। तृणमूल कांग्रेस का ध्यान लोकतंत्र और जनता की ओर होने पर जोर देते हुए ममता ने कहा, मां, माटी, मानुष के आशीर्वाद के साथ जब हम जिम्मेदारी संभालेंगे तो सारे गंदे सौदों और वित्तीय धांधली की पड़ताल की जाएगी। जब तृणमूल अध्यक्ष से पूछा गया कि क्या उनके मुख्यमंत्री बनने की स्थिति में रेल मंत्रालय उनकी पार्टी के पास ही होगा, इस पर उन्होंने हां में जवाब दिया। उन्होंने कहा, चुनाव के बाद रेल मंत्रालय हमारी पार्टी के पास रहेगा। इसलिए घोषित सभी परियोजनाओं और योजनाओं को समय पर पूरा किया जाएगा। चुनाव के बाद कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस गठबंधन के सत्ता में आने की स्थिति में सरकार को समर्थन देने लेकिन इसमें शामिल नहीं होने के कांग्रेस नेता प्रणब मुखर्जी के रुख पर रेल मंत्री ने कहा, यह कांग्रेस का आंतरिक मुद्दा है।
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