यह ख़बर 30 जून, 2014 को प्रकाशित हुई थी

यूपी विधानसभा के बाहर बीजेवाईएम कार्यकर्ताओं का जमकर प्रदर्शन, पुलिस ने किया लाठी चार्ज

लखनऊ:

लखनऊ में यूपी विधानसभा के बाहर भारतीय जनता युवा मोर्चा (बीजेवाईएम)की प्रदर्शन हो रहा है। ये लोग उत्तर प्रदेश में बिगड़ी कानून व्यवस्था का विरोध कर रहे थे। साथ ही ये लोग राज्यभर में बढ़ते बिजली संकट के विरोध में भी प्रदर्शन कर रहे हैं।

प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने वॉटर कैनन से पानी की बौछार की हैं। साथ ही पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े हैं और लाठियां बरसाई हैं।

बताया जा रहा है कि पिछले कुछ दिनों से लगातार बीजेवाईएम के कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन आज प्रदर्शन उग्र हो गया।

हमारे संवाददाता ने बताया कि बीजेवाईएम कार्यकर्ताओं ने एनडीटीवी की कार भी हमला किया और शीशे तोड़ डाले। इतना ही नहीं कई कार्यकर्ता कार की छत पर भी चढ़ गए और कार को पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। वहीं, उल्लेखनीय है कि एनडीटीवी के ड्राइवर ने इन प्रदर्शनकारियों को ऐसा करने से रोका तो उसके साथ भी मारपीट की गई।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक बिजली संकट, खराब कानून-व्यवस्था, महिला उत्पीड़न इत्यादि समस्याओं को लेकर भाजपा के विभिन्न संगठनों के प्रदर्शनों की शृंखला में आयोजित भाजयुमो (बीजेवाईएम) के मुजाहिरे के दौरान संगठन के कार्यकर्ताओं ने उग्र रूप अख्तियार करते हुए विधानभवन का घेराव की कोशिश की।

उन्होंने बताया कि पुलिस ने बैरीकेडिंग करके उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने और उन्होंने पुलिस पर पथराव किया तथा कुछ पुलिसकर्मियों को मारापीटा। जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसूगैस के गोले फेंके तथा पानी की बौछार की।

सूत्रों के मुताबिक पथराव तथा मारपीट में कुछ पुलिसकर्मियों समेत कई लोगों को चोटें आई हैं।

इस बीच, भाजपा प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने बताया कि पिछले कई दिनों से बिजली संकट, खराब कानून-व्यवस्था, महिला उत्पीड़न तथा टीईटी अभ्यर्थियों की समस्याओं को लेकर भाजपा के सिलसिलेवार कार्यक्रम के तहत प्रदर्शन कर रहे भाजयुमो कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने बर्बरतापूर्ण तरीके से कार्रवाई की है।

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उन्होंने कहा कि भाजपा लगातार सदन के अंदर और उसके बाहर सरकार का ध्यान खींचने के लिए शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रही है। अगर सरकार जनसमस्याओं को सुलझाने के लिए काम नहीं करेगी तो विपक्ष उसका विरोध करेगा।

(इनपुट भाषा से भी)