नई दिल्ली:
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की सराहना करते हुए भाजपा ने साल 1980 में उनके भाषण को ‘प्रेरणादायक’ और ‘चाहतपूर्ण’ बताया जबकि राहुल गांधी के जयपुर भाषण को ‘विपक्षी नेता’ का व्याख्यान करार देते हुए खारिज कर दिया।
भाजपा प्रवक्ता निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘वह (राहुल गांधी) सत्तारूढ़ पार्टी के बजाय निश्चित तौर विपक्षी नेता के तरह बोले।’
राजीव के भाषण का स्मरण करते हुए उन्होंने कहा, ‘मैं याद कर सकती हूं कि जब राजीव गांधी ने अपनी पार्टी में बड़ी भूमिका संभाली थी तो वह इस बारे में बेहद चाहतपूर्ण ढंग से बोले थे कि पार्टी को कैसे सत्ता के दलालों के चंगुल से मुक्त किया जाए। वह बेहद, बेहद प्रेरणादायक भाषण था।’
कांग्रेस चिंतन शिविर में राहुल के संबोधन का जिक्र करते हुए भाजपा नेता ने कहा, ‘राहुल गांधी आदर्शवाद के बारे में काफी बोले। मुझे उम्मीद है कि उन्होंने जो कुछ भी कहा, उसमें से वह अधिकतर बातें पहले अपनी खुद की पार्टी में लागू करेंगे। यदि उन्हें कभी प्रधानमंत्री बनना है तो उन्हें देश के सामने यह साबित करना चाहिए कि वह इन बातों को अपनी पार्टी में लागू करने में कामयाब हुए हैं। इसके लिए उन्हें शुभकामनाएं।’
भाजपा प्रवक्ता निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘वह (राहुल गांधी) सत्तारूढ़ पार्टी के बजाय निश्चित तौर विपक्षी नेता के तरह बोले।’
राजीव के भाषण का स्मरण करते हुए उन्होंने कहा, ‘मैं याद कर सकती हूं कि जब राजीव गांधी ने अपनी पार्टी में बड़ी भूमिका संभाली थी तो वह इस बारे में बेहद चाहतपूर्ण ढंग से बोले थे कि पार्टी को कैसे सत्ता के दलालों के चंगुल से मुक्त किया जाए। वह बेहद, बेहद प्रेरणादायक भाषण था।’
कांग्रेस चिंतन शिविर में राहुल के संबोधन का जिक्र करते हुए भाजपा नेता ने कहा, ‘राहुल गांधी आदर्शवाद के बारे में काफी बोले। मुझे उम्मीद है कि उन्होंने जो कुछ भी कहा, उसमें से वह अधिकतर बातें पहले अपनी खुद की पार्टी में लागू करेंगे। यदि उन्हें कभी प्रधानमंत्री बनना है तो उन्हें देश के सामने यह साबित करना चाहिए कि वह इन बातों को अपनी पार्टी में लागू करने में कामयाब हुए हैं। इसके लिए उन्हें शुभकामनाएं।’
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