
त्रिपुरा (Tripura) में बुधवार को मुख्य विपक्षी दल माकपा (CPM) के कम से कम आठ महत्वपूर्ण पार्टी कार्यालयों को जला दिया गया या क्षतिग्रस्त कर दिया गया. पुलिस और पार्टी सूत्रों ने कहा कि अगरतला (Agartala) और तीन अन्य जिलों में बुधवार को कई वाहनों और अन्य संपत्तियों को तोड़ दिया गया. पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार सहित सीपीएम नेताओं ने कहा कि सत्तारूढ़ भाजपा (BJP) के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने अगरतला, दक्षिणी त्रिपुरा के उदयपुर, संतिर बाजार, पश्चिमी त्रिपुरा के डुकली और सिपाहीजला, बोक्सानगर, विशालगढ़ और खतालिया जिलों के पार्टी मुख्यालय और जिला कार्यालय पर हमला किया. हालांकि बीजेपी नेताओं ने इन आरोपों से इनकार किया है.
बिशालगढ़ में सीपीएम के जिला कार्यालय को पहले एक बुलडोजर से क्षतिग्रस्त कर दिया गया, फिर आग लगा दी गई, जिससे अधिकांश संपत्ति और कागजात जलकर राख हो गए. सीपीएम ने दावा किया है कि अगरतला और अन्य जगहों पर छह वाहन और एक दर्जन से अधिक दोपहिया वाहन जला दिए गए.
20 साल (1998-2018) तक त्रिपुरा के मुख्यमंत्री रहे माणिक सरकार ने कहा कि आगजनी और भीषण हमलों के दौरान उन्होंने मुख्य सचिव कुमार आलोक और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से बात कर मदद मांगी.
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "ज्यादातर जगहों पर, पुलिस मूकदर्शक बनी रही. भाजपा के लोगों ने लगभग एक साथ 8 से 10 स्थानों पर आतंक का राज फैला दिया."
भाजपा प्रवक्ता नबेंदु भट्टाचार्जी ने माणिक सरकार पर "शांतिपूर्ण राज्य में हिंसा भड़काने" का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, "सोमवार को सरकार ने अपने विधानसभा क्षेत्र धनपुर का दौरा करते हुए सीपीएम कार्यकर्ताओं को भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले के लिए उकसाया. राज्य के लोग उस राजनीतिक हिंसा को दोहराना नहीं चाहते हैं जो सीपीएम के 25 वर्षों के शासन के दौरान नियमित थी."
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