नए कृषि कानूनों (New Farm Laws) पर किसानों के आंदोलन (Farmers Protest) के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) नौ करोड़ किसानों को संबोधित करेंगे और कृषि कानूनों पर केंद्र की स्थिति स्पष्ट करेंगे. इस कार्यक्रम में 18000 किसानों को किसान सम्मान निधि की अगली किश्त भी वितरित की जाएगी. भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janata Party) ने इस महा आयोजन के लिए किसानों तक पहुंचने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा (JP Nadda) ने भूतपूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर आयोजित किसानों के लिए पीएम मोदी के संबोधन में भाग लेने के लिए सभी केंद्रीय मंत्रियों, सांसदों और विधायकों को निर्देश दिया है. पार्टी नेतृत्व की ओर से राज्य इकाइयों के अध्यक्षों और अन्य सभी वरिष्ठ नेताओं को इस बावत पत्र भेजे गए हैं.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दिल्ली में एक गौशाला में उपस्थित होंगे, जहाँ से वे किसानों के एक समूह के साथ बातचीत करेंगे. नड्डा ने हरेक प्रखंड मुख्यालय में... (प्रधानमंत्री के) संबोधन को सुनने के लिए बड़ी स्क्रीन की व्यवस्था करने का आदेश दिया है. इसके अलावा, पीएम के भाषण (जो दोपहर के समय होगा) से एक घंटे पहले जिला-स्तरीय कार्यक्रम आयोजित करने के भी निर्देश दिए गए हैं. ये सभी मंडियों या एपीएमसी बाजारों में भी आयोजित किए जाएंगे.
कृषि कानूनों में संशोधन की जरूरत, किसानों से ठोस सुझाव देने का आग्रहः हरियाणा के उपमुख्यमंत्री
इन कार्यक्रमों में भाजपा के पदाधिकारी और जन प्रतिनिधि शामिल होंगे, जो मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं के लाभ के बारे में लोगों को बताएंगे. इस मौके पर विशेष रूप से प्रकाशित की गई पंपलेट्स भी वितरित किए जाएंगे. कार्यक्रम में किसानों को पम्पलेट्स की सामग्री को स्थानीय भाषाओं में अनुवादित कर बताने को कहा गया है लेकिन उसमें छपे कंटेंट से कोई छेड़छाड़ के लिए अनुमति नहीं दी जाएगी.
पीएम मोदी का किसानों को संबोधन बीजेपी की उस रणनीति का हिस्सा है, जिसमें पार्टी ने किसानों आंदोलन की काट के तौर पर देशभर में 100 प्रेस कॉन्फ्रेन्स और 700 बैठकें करने का फैसला किया है. बता दें कि किसान नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर पिछले एक महीने से दिल्ली की सीमाओं पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं