
नई दिल्ली:
गुजरात के कांग्रेस नेता शंकरसिंह वाघेला ने आरोप लगाया है कि भाजपा अल्पसंख्यकों को पसंद नहीं करती।
गुजरात में अपनी पार्टी की अल्पसंख्यकों पर निर्भरता वाला बयान देने के एक दिन बाद बुधवार को नई दिल्ली में उन्होंने कहा कि भाजपा अल्पसंख्यकों को नापसंद करती है और उन्हें पाकिस्तान भेजना चाहती है।
मंगलवार को दिए अपने एक बयान पर पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए वाघेला ने कहा कि कांग्रेस आम आदमी की पार्टी है और कोई जागरूक नागरिक उसे वोट देता है तो इसमें गलत क्या है।
गौरतलब है कि वाघेला ने मंगलवार को अल्पसंख्यकों की एक बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा था कि कांग्रेस पार्टी पर मुस्लिम समर्थक होने का आरोप लगता है, इसीलिए उसे जिताने की जिम्मेदारी मुसलमानों पर ही है।
उनके इस बयान के बाद भाजपा ने कांग्रेस पर मुसलमानों को वोटबैंक की तरह इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था।
अपने इस बयान पर वाघेला ने कहा कि वह अपनी पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ को सम्बोधित कर रहे थे और उनकी मंशा किसी समुदाय को निशाना बनाने की नहीं थी।
वाघेला ने कहा, उस बैठक में सिख, पारसी और ईसाई भी मौजूद थे और अगर कोई जागरूक नागरिक ऐसी पार्टी को वोट देता है, जो उसकी परवाह करती हो तो इसमें गलत क्या है। अगर भाजपा इसे किसी दूसरे चश्मे से देखना चाहती है तो मैं क्या कर सकता हूं।
गौरतलब है कि कांग्रेस में जाने से पहले वाघेला ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत भाजपा से ही की थी।
गुजरात में अपनी पार्टी की अल्पसंख्यकों पर निर्भरता वाला बयान देने के एक दिन बाद बुधवार को नई दिल्ली में उन्होंने कहा कि भाजपा अल्पसंख्यकों को नापसंद करती है और उन्हें पाकिस्तान भेजना चाहती है।
मंगलवार को दिए अपने एक बयान पर पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए वाघेला ने कहा कि कांग्रेस आम आदमी की पार्टी है और कोई जागरूक नागरिक उसे वोट देता है तो इसमें गलत क्या है।
गौरतलब है कि वाघेला ने मंगलवार को अल्पसंख्यकों की एक बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा था कि कांग्रेस पार्टी पर मुस्लिम समर्थक होने का आरोप लगता है, इसीलिए उसे जिताने की जिम्मेदारी मुसलमानों पर ही है।
उनके इस बयान के बाद भाजपा ने कांग्रेस पर मुसलमानों को वोटबैंक की तरह इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था।
अपने इस बयान पर वाघेला ने कहा कि वह अपनी पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ को सम्बोधित कर रहे थे और उनकी मंशा किसी समुदाय को निशाना बनाने की नहीं थी।
वाघेला ने कहा, उस बैठक में सिख, पारसी और ईसाई भी मौजूद थे और अगर कोई जागरूक नागरिक ऐसी पार्टी को वोट देता है, जो उसकी परवाह करती हो तो इसमें गलत क्या है। अगर भाजपा इसे किसी दूसरे चश्मे से देखना चाहती है तो मैं क्या कर सकता हूं।
गौरतलब है कि कांग्रेस में जाने से पहले वाघेला ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत भाजपा से ही की थी।
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