जनरल वीके सिंह
नई दिल्ली:
कुत्ता टिप्पणी विवाद को लेकर संसद में केंद्रीय मंत्री वीके सिंह को घेरने की कांग्रेस की कोशिशों के बीच भाजपा ने शनिवार को आरोप लगाया कि विपक्षी पार्टी गोएबेल्स का सिद्धांत अपनाकर बार-बार झूठ बोल रही है जिससे कि वह सच प्रतीत हो। इसने पलटवार करने के लिए कांग्रेस शासन के दौरान दलितों पर हुए अत्याचार का मुद्दा उठाया।
सिंह ने किस अनुच्छेद का उल्लंघन किया है
भाजपा ने जवाबी हमले के लिए अपने दलित प्रवक्ता बिजय शंकर शास्त्री को मैदान में उतार दिया जिन्होंने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर उनकी इस टिप्पणी के लिए हमला बोला जिसमें उन्होंने कहा था कि सिंह ने संविधान का उल्लंघन किया है। उन्होंने कहा कि वह बताएं कि सिंह ने किस अनुच्छेद का उल्लंघन किया है।
लोग बुद्धिमान हैं और झूठ को पकड़ सकते हैं
पार्टी के एक अन्य प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा कि लोग बुद्धिमान हैं और झूठ को पकड़ सकते हैं। उन्होंने बेंगलूरू में छात्रों के साथ राहुल के संवाद का संदर्भ दिया जहां छात्र नरेंद्र मोदी सरकार की कुछ नीतियों की कांग्रेस उपाध्यक्ष द्वारा की गई आलोचना से सहमत नहीं थे।
कांग्रेस पार्टी गोएबेल्स के सिद्धांत पर विश्वास करती है
राव ने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी गोएबेल्स के सिद्धांत पर विश्वास करती प्रतीत होती है। इसीलिए, यह लगातार झूठ बोल रही है। लोग बुद्धिमान हैं और झूठ को जल्द पकड़ सकते हैं तथा राहुल गांधी को हाल में ऐसा एक अनुभव हुआ था।’’ गोएबेल्स नाजी जर्मनी में प्रचार मंत्री था।
कांग्रेस और बसपा सिंह की टिप्पणियों को लेकर विरोध कर रही हैं जिससे राज्यसभा में काम बाधित हो रहा है जहां भाजपा नीत राजग के पास अपने विधायी एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए संख्याबल की कमी है।
केंद्रीय मंत्री ने हरियाणा के फरीदाबाद में 19-20 अक्तूबर की रात एक दलित परिवार के दो बच्चों को कथित तौर पर आग लगाकर मार देने की घटना के संबंध में सवालों का जवाब देते हुए कुत्ता के उपमा देकर टिप्पणी की थी जिससे विवाद खड़ा हो गया था। भाजपा ने कहा कि मंत्री मामले पर बार-बार स्पष्टीकरण दे चुके हैं और खेद व्यक्त कर चुके हैं। इसने कहा कि गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी संसद में अपने बयान में बोल चुके हैं।
कांग्रेस शासन में दलितों पर अत्याचार बढ़ा
आधिकारिक रिकॉर्ड का हवाला देते हुए दोनों नेताओं ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हरियाणा में 2004-13 में कांग्रेस के शासन के वक्त दलितों के खिलाफ अत्याचार के मामलों में ढाई गुना वृद्धि हुई थी। उन्होंने मिर्चपुर की घटना सहित कई घटनाओं का हवाला देते हुए कहा कि मामलों की कुल संख्या 3,198 थी।
राव ने कहा, ‘‘क्या तब सोनिया गांधी को उन मामलों पर अपने आंसू बहाने का समय मिला?’’ उन्होंने कहा कि सरकार संसद को सुचारू ढंग से चलाने में कांग्रेस की मदद मांगने के लिए उसके पास पहुंची, लेकिन विपक्षी पार्टी काम को बाधित कर रही है।
राव ने कहा, ‘‘लोग चाहते हैं कि संसद उनकी चिंताओं का समाधान करे। सरकार हर किसी को साथ लेकर चलना चाहती है।’’ शास्त्री ने कहा, ‘‘हम कांग्रेस से सहयोग (संसद के कामकाज में) की उम्मीद करते हैं और उसे निराधार तथा असंगत दावों के आधार पर बाधा नहीं डालनी चाहिए।’’
सिंह ने किस अनुच्छेद का उल्लंघन किया है
भाजपा ने जवाबी हमले के लिए अपने दलित प्रवक्ता बिजय शंकर शास्त्री को मैदान में उतार दिया जिन्होंने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर उनकी इस टिप्पणी के लिए हमला बोला जिसमें उन्होंने कहा था कि सिंह ने संविधान का उल्लंघन किया है। उन्होंने कहा कि वह बताएं कि सिंह ने किस अनुच्छेद का उल्लंघन किया है।
लोग बुद्धिमान हैं और झूठ को पकड़ सकते हैं
पार्टी के एक अन्य प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा कि लोग बुद्धिमान हैं और झूठ को पकड़ सकते हैं। उन्होंने बेंगलूरू में छात्रों के साथ राहुल के संवाद का संदर्भ दिया जहां छात्र नरेंद्र मोदी सरकार की कुछ नीतियों की कांग्रेस उपाध्यक्ष द्वारा की गई आलोचना से सहमत नहीं थे।
कांग्रेस पार्टी गोएबेल्स के सिद्धांत पर विश्वास करती है
राव ने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी गोएबेल्स के सिद्धांत पर विश्वास करती प्रतीत होती है। इसीलिए, यह लगातार झूठ बोल रही है। लोग बुद्धिमान हैं और झूठ को जल्द पकड़ सकते हैं तथा राहुल गांधी को हाल में ऐसा एक अनुभव हुआ था।’’ गोएबेल्स नाजी जर्मनी में प्रचार मंत्री था।
कांग्रेस और बसपा सिंह की टिप्पणियों को लेकर विरोध कर रही हैं जिससे राज्यसभा में काम बाधित हो रहा है जहां भाजपा नीत राजग के पास अपने विधायी एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए संख्याबल की कमी है।
केंद्रीय मंत्री ने हरियाणा के फरीदाबाद में 19-20 अक्तूबर की रात एक दलित परिवार के दो बच्चों को कथित तौर पर आग लगाकर मार देने की घटना के संबंध में सवालों का जवाब देते हुए कुत्ता के उपमा देकर टिप्पणी की थी जिससे विवाद खड़ा हो गया था। भाजपा ने कहा कि मंत्री मामले पर बार-बार स्पष्टीकरण दे चुके हैं और खेद व्यक्त कर चुके हैं। इसने कहा कि गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी संसद में अपने बयान में बोल चुके हैं।
कांग्रेस शासन में दलितों पर अत्याचार बढ़ा
आधिकारिक रिकॉर्ड का हवाला देते हुए दोनों नेताओं ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हरियाणा में 2004-13 में कांग्रेस के शासन के वक्त दलितों के खिलाफ अत्याचार के मामलों में ढाई गुना वृद्धि हुई थी। उन्होंने मिर्चपुर की घटना सहित कई घटनाओं का हवाला देते हुए कहा कि मामलों की कुल संख्या 3,198 थी।
राव ने कहा, ‘‘क्या तब सोनिया गांधी को उन मामलों पर अपने आंसू बहाने का समय मिला?’’ उन्होंने कहा कि सरकार संसद को सुचारू ढंग से चलाने में कांग्रेस की मदद मांगने के लिए उसके पास पहुंची, लेकिन विपक्षी पार्टी काम को बाधित कर रही है।
राव ने कहा, ‘‘लोग चाहते हैं कि संसद उनकी चिंताओं का समाधान करे। सरकार हर किसी को साथ लेकर चलना चाहती है।’’ शास्त्री ने कहा, ‘‘हम कांग्रेस से सहयोग (संसद के कामकाज में) की उम्मीद करते हैं और उसे निराधार तथा असंगत दावों के आधार पर बाधा नहीं डालनी चाहिए।’’
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