पुलिस ने अब तक साढ़े 18 टन पाउडर जब्त किया है
मुंबई:
ठाणे क्राइम ब्रांच पुलिस ने इफेड्रिन नामक पाउडर की स्मगलिंग करने वाले एक अंतरराष्ट्रीय रैकेट का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने सोलापुर की एवोन लाइफ़ साइंसेस नामक फार्मा कंपनी से बड़ी मात्रा में इफेड्रिन पाउडर जब्त किया है।
पुलिस ने अब तक साढ़े 18 टन पाउडर जब्त किया है। जब्त पाउडर की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत दो हजार करोड़ रुपये बताई जा रही है। ठाणे पुलिस का दावा है कि इफेड्रिन पाउडर की यह देश की अब तक की सबसे बड़ी जब्ती है।
पुलिस ने एक नाइजीरियन सहित कुल 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए लोगों में एवोन लाइफ़ साइंसेस फार्मा कंपनी का सीनियर प्रोडक्शन मैनेजर भी शामिल है। पुलिस रैकेट से जुड़े कई अन्य लोगों की तलाश में जुटी है।
गुजरात के जरिए पोलैंड में स्मगलिंग
ड्रग की स्मगलिंग गुजरात के रास्ते यूरोपीय देश पोलैंड में की जाती थी। पाउडर से मेथ एम. फिटामाइन नामक पार्टी ड्रग बनाया जाता था, जिससे उसकी कीमत बढ़ जाती थी। इस ड्रग का उपयोग नशेड़ी सूंघकर, इंजेक्शन के जरिए, आइसक्रीम में मिलाकर या कोकीन के साथ करते हैं।
इफेड्रिन पाउडर से कैंसर जैसे रोग के इलाज के अलावा कई जीवन उपयोगी दवाएं बनाई जाती हैं। स्पाइनल सर्जरी के दौरान बतौर एनेस्थेसिया भी इसका उपयोग होता है। उक्त पाउडर को रीढ़ की हड्डी की सर्जरी के दौरान मरीज को बेहोश करने के अलावा, अस्थमा और मोटापे के मरीजों पर भी इस्तेमाल किया जाता है।
ऐसे खुली रैकेट की परत-दर-परत
ठाणे क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने पिछले दिनों एमडी पाउडर के साथ ओकोयो चिनस नामक 30 वर्षीय नाइजीरियाई व्यक्ति को पकड़ा था। ओकोयो चिनस से पूछताछ में पुलिस को ठाणे शहर के वसंत विहार परिसर में इफेड्रिन नामक पाउडर छिपाकर रखे होने की बात का पता चला।
इसके बाद पुलिस ने वसंत विहार स्थित परिसर में छापा मारा और 7 किलो इफेड्रिन पाउडर जब्त किया। पुलिस ने पनवेल निवासी सागर पोवाले और खालापुर निवासी मयूर सुखधरे को भी गिरफ्तार किया। पुलिस को पूछताछ में सोलापुर के एमआईडीसी स्थित एवोन लाइफ़ साइंसेस कंपनी से पाउडर लाए जाने की बात का भी पता चला।
इसके बाद ठाणे पुलिस की टीम सोलापुर गई और सोलापुर के स्टेशन रोड स्थित उमानगरी में छापा मारकर धानेस्वर स्वामी को पकड़ लिया। धानेस्वर स्वामी के जरिए ही पाउडर को कंपनी से बाहर लाया जाता था। पुलिस ने इसके बाद कंपनी में छापा मारा और पाउडर की बड़ी जब्ती की। पुलिस ने रैकेट से जुड़े कंपनी के सीनियर प्रोडक्शन मैनेजर राजेंद्र डिमरी को भी धर दबोचा।
कंपनी के मालिक से भी हो रही है पूछताछ
मयूर सुखधरे और धानेस्वर स्वामी को मादक पदार्थों की बिक्री में माहिर बताया गया है। पुलिस कंपनी के मुंबई निवासी मालिक से भी पूछताछ कर रही है और पता लगाने की कोशिश में है कि वह खुद इस रैकेट से जुड़ा है या नहीं।
पुलिस के अनुसार एमडी पाउडर की बिक्री पर पुलिस द्वारा लगाम लगाए जाने के चलते ड्रग माफिया द्वारा अब इफेड्रिन पाउडर की स्मगलिंग जोरों पर शुरू की गई है। उक्त पाउडर को पार्टियों में नशे के लिए नौजवान युवक-युवतियों द्वारा उपयोग में लाया जा रहा है।
पुलिस ने अब तक साढ़े 18 टन पाउडर जब्त किया है। जब्त पाउडर की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत दो हजार करोड़ रुपये बताई जा रही है। ठाणे पुलिस का दावा है कि इफेड्रिन पाउडर की यह देश की अब तक की सबसे बड़ी जब्ती है।
पुलिस ने एक नाइजीरियन सहित कुल 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए लोगों में एवोन लाइफ़ साइंसेस फार्मा कंपनी का सीनियर प्रोडक्शन मैनेजर भी शामिल है। पुलिस रैकेट से जुड़े कई अन्य लोगों की तलाश में जुटी है।
गुजरात के जरिए पोलैंड में स्मगलिंग
ड्रग की स्मगलिंग गुजरात के रास्ते यूरोपीय देश पोलैंड में की जाती थी। पाउडर से मेथ एम. फिटामाइन नामक पार्टी ड्रग बनाया जाता था, जिससे उसकी कीमत बढ़ जाती थी। इस ड्रग का उपयोग नशेड़ी सूंघकर, इंजेक्शन के जरिए, आइसक्रीम में मिलाकर या कोकीन के साथ करते हैं।
इफेड्रिन पाउडर से कैंसर जैसे रोग के इलाज के अलावा कई जीवन उपयोगी दवाएं बनाई जाती हैं। स्पाइनल सर्जरी के दौरान बतौर एनेस्थेसिया भी इसका उपयोग होता है। उक्त पाउडर को रीढ़ की हड्डी की सर्जरी के दौरान मरीज को बेहोश करने के अलावा, अस्थमा और मोटापे के मरीजों पर भी इस्तेमाल किया जाता है।
ऐसे खुली रैकेट की परत-दर-परत
ठाणे क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने पिछले दिनों एमडी पाउडर के साथ ओकोयो चिनस नामक 30 वर्षीय नाइजीरियाई व्यक्ति को पकड़ा था। ओकोयो चिनस से पूछताछ में पुलिस को ठाणे शहर के वसंत विहार परिसर में इफेड्रिन नामक पाउडर छिपाकर रखे होने की बात का पता चला।
इसके बाद पुलिस ने वसंत विहार स्थित परिसर में छापा मारा और 7 किलो इफेड्रिन पाउडर जब्त किया। पुलिस ने पनवेल निवासी सागर पोवाले और खालापुर निवासी मयूर सुखधरे को भी गिरफ्तार किया। पुलिस को पूछताछ में सोलापुर के एमआईडीसी स्थित एवोन लाइफ़ साइंसेस कंपनी से पाउडर लाए जाने की बात का भी पता चला।
इसके बाद ठाणे पुलिस की टीम सोलापुर गई और सोलापुर के स्टेशन रोड स्थित उमानगरी में छापा मारकर धानेस्वर स्वामी को पकड़ लिया। धानेस्वर स्वामी के जरिए ही पाउडर को कंपनी से बाहर लाया जाता था। पुलिस ने इसके बाद कंपनी में छापा मारा और पाउडर की बड़ी जब्ती की। पुलिस ने रैकेट से जुड़े कंपनी के सीनियर प्रोडक्शन मैनेजर राजेंद्र डिमरी को भी धर दबोचा।
कंपनी के मालिक से भी हो रही है पूछताछ
मयूर सुखधरे और धानेस्वर स्वामी को मादक पदार्थों की बिक्री में माहिर बताया गया है। पुलिस कंपनी के मुंबई निवासी मालिक से भी पूछताछ कर रही है और पता लगाने की कोशिश में है कि वह खुद इस रैकेट से जुड़ा है या नहीं।
पुलिस के अनुसार एमडी पाउडर की बिक्री पर पुलिस द्वारा लगाम लगाए जाने के चलते ड्रग माफिया द्वारा अब इफेड्रिन पाउडर की स्मगलिंग जोरों पर शुरू की गई है। उक्त पाउडर को पार्टियों में नशे के लिए नौजवान युवक-युवतियों द्वारा उपयोग में लाया जा रहा है।
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