बेंगलुरु पुलिस ने हालांकि एक ब्लैकमेलिंग रैकेट का पर्दाफाश किया जिसमें इस रैकेट का सरगना "हनी ट्रैप" के लिए अपनी ही पत्नी का इस्तेमाल कर रहा था। पति पत्नी और इनके तीन दूसरे साथियों के इस गैंग से पुलिस ने छापे के दौरान 20 लाख रुपये नक़दी, एक कार और एक ऑटो बरामद किया है।
डीसीपी सेंट्रल संदीप पाटिल के मुताबिक गैंग के सरगना अनीस की पत्नी सुमैय्या शहर के एक जाने माने डॉक्टर के पास मरीज़ के तौर पर गई। बाद में दोनों में दोस्ती हो गई। सोमैया ने डॉक्टर को अपने घर खाने पर बुलाया।
डॉक्टर और सुमैय्या ने थोड़ा वक़्त बिताया होगा कि तभी अनीस अपने तीन साथियों के साथ वहां पहुंचा। डॉक्टर के लगभग सारे कपड़े खुलवाये और अपनी ही पत्नी के साथ उसकी आपत्तिजनक हालात में तस्वीर खींची। फिर उसे बदनाम करने की धमकी दी, लेकिन साथ ही मामला रफा दफा करने के बदले में 20 लाख रुपये की मांग की।
डॉक्टर के पास दूसरा कोई विकल्प नहीं था। उसने 20 लाख रुपये दे दिए। बेंगलुरु पुलिस के डीआईजी शरत चंद्रा ने बताया की अनीस और उसकी पत्नी सोमैया ने साढ़े 19 लाख रुपये अपने पास रखे और बचे हुए 50 हज़ार अपने दूसरे तीन साथियों में बांट दिया। इन तीनों को लगा कि अनीस और सुमैय्या ने उनके साथ नाइंसाफी की है। ऐसे में इन तीनों ने दुबारा डॉक्टर से 15 लाख रुपये मांगे।
डॉक्टर को लगा कि ये सिलसिला नहीं थमेगा तो उसने बेंगलुरु के हाई ग्राउंड्स पुलिस स्टेशन में इस महीने की 21 तारीख को शिकायत दर्ज करवाई और पुलिस कार्रवाई में यह मामला सामने आया। पुलिस ने इन तीनों के खिलाफ आईपीसी की धारा 384 यानी फिरौती वसूलने, 323 मारपीट-बंधक बनाना और धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। हालांकि अभी ये जांच चल रही है कि इन लोगों ने कितने लोगों के साथ इस तरह की धोखाधड़ी की है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं