बदायूं में दो चचेरी बहनों की हत्याकांड की सीबीआई जांच जारी रहने के बीच पीड़ित परिवारों ने कहा है कि अगर उन्हें इंसाफ नहीं मिला तो वे उसी पेड़ से लटककर जान दे देंगे, जहां उनकी बेटियों के शव लटके मिले थे।
पीड़ित परिवारों का यह बयान सीबीआई सूत्रों द्वारा यह बताए जाने के बाद आया है, जिसमें कहा गया है कि मारी गई लड़कियों के साथ बलात्कार किए जाने की पुष्टि नहीं हुई है।
इस हत्याकांड में उस वक्त नया मोड़ आ गया, जब हैदराबाद स्थित सेंटर फॉर डीएनए फिंगरप्रिंटिंग एंड डायगनोस्टिक्स (सीडीएफडी) ने उन दोनों नाबालिग लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न की बात को खारिज कर दिया।
सीबीआई सूत्रों ने कहा कि इस प्रतिष्ठित सरकारी प्रयोगशाला से यह महत्वपूर्ण जानकारी मिलने के बाद दोनों चचेरी बहनों की हत्या से पहले यौन उत्पीड़न की बात को लेकर कई संदेह अब दूर हो गए हैं तथा अब शक की सुईं बच्चियों के परिवार के सदस्यों की ओर चली गई है। सूत्रों ने कहा कि वे इसे झूठी शान के नाम पर हत्या का मामला मानने से इनकार नहीं कर रहे हैं।
हालांकि पीड़ित परिवारों का कहना है कि आरोपियों ने गांववालों के सामने अपराध कबूल किया था। वहीं, मुख्य आरोपी बताए जा रहे दो लड़कों के पिता ने कहा है कि उन्हें कानून पर पूरा भरोसा है और उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही उनके बेटों को रिहा कर दिया जाएगा। हालांकि उन्होंने कहा कि अगर उनके बेटों ने जुर्म किया है, तो उन्हें सजा जरूर मिलनी चाहिए।
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