नई दिल्ली:
दिल्ली हवाई अड्डे पर केंद्र के चार मंत्रियों से बातचीत के बाद बाबा रामदेव ने कहा कि उनका सत्याग्रह का कार्यक्रम चार जून को यथावत होगा। बाबा रामदेव ने कहा कि काले धन और भ्रष्टाचार के खिलाफ वह इस लड़ाई को निर्णायक मोड़ तक लेकर जाएंगे। उनका कहना है कि देश के सभी 624 जिलों में उनके समर्थक इस सत्याग्रह में शामिल होंगे। इससे पहले बाबा रामदेव के पीएम की अपील को ठुकराने के बाद उनके दिल्ली पहुंचते ही हवाई अड्डे पर उनसे मिलने चार-चार केंद्रीय मंत्री पहुंच गए थे। इन मंत्रियों में सरकार के तारनहार कहे जाने वाले वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी, टेलीकॉम मंत्री कपिल सिब्बल, संसदीय कार्य मंत्री पवन कुमार बंसल और पर्यटन मंत्री सुबोध कांत सहाय शामिल थे। टर्मिनल नं.1 के करीब बाबा रामदेव से एक कमरे में बातचीत हुई। बातचीत के बाद सिब्बल ने पत्रकारों से कहा कि बाबा रामदेव ने कई गंभीर मुद्दे उठाए हैं और सारी पूरी गंभीरता के साथ उन मुद्दों पर गौर करेगी। उन्होंने कहा कि बातचीत अच्छे माहौल में हुई। इसके अलावा सिब्बल ने यह स्पष्ट नहीं किया कि बाबा रामदेव अपना घोषित अनशन का कार्यक्रम स्थगित करेंगे या नहीं। योग गुरु बाबा रामदेव ने 4 जून से अनशन पर जाने की अपनी योजना को बरकरार रखा है। बाबा रामदेव ने एनडीटीवी से फोन पर कहा कि अनशन से पीछे हटने का सवाल ही पैदा नहीं होता। रामदेव ने कहा कि जब तक काले धन पर मेरी मांगों को सरकार पूरा नहीं करती या फिर इस मुद्दे पर बातचीत किसी नतीजे तक नहीं पहुंचती आमरण अनशन के कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं होगा। इससे पहले मंगलवार को काले धन के मुद्दे पर चार जून से अनशन पर नहीं जाने का योग गुरु बाबा रामदेव से आग्रह करते हुए प्रधानमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया कि भ्रष्टाचार के समाधान के लिए व्यावहारिक उपाय खोजा जाएगा। राष्ट्रपति भवन में एक कार्यक्रम के बाद बाबा रामदेव के अनशन के संबंध में संवाददाताओं के सवालों के जवाब में सिंह ने कहा, यह व्यक्तिगत मुद्दा नहीं है। हम सभी रामदेव की इस बात से सहमत हैं कि भ्रष्टाचार एक बड़ी समस्या है और अपने पूरे संसाधनों से हम इससे निपटने को प्रतिबद्ध हैं।