अयोध्या मामले (Ayodhya Case) में राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला ऐतिहासिक और शानदार है. यह बात अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक एवं प्रख्यात जैनाचार्य डॉ लोकेशजी ने आज कही. उन्होंने कहा कि यह भारत, यहां की संस्कृति और संविधान की जीत है.
आचार्य लोकेशजी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा श्री राम मंदिर पर दिए गए ऐतिहासिक फ़ैसले का मैं हार्दिक स्वागत करता हूं. यह फैसला भारत की महान संस्कृति 'अनेकता में एकता को' मज़बूत करेगा. इस फैसले से हिन्दू-मुस्लिम के बीच का फ़ासला कम होगा. देश की राष्ट्रीय एकता अखंडता और आपसी सौहार्द को और बल मिलेगा.
आचार्य लोकेशजी ने कहा इस फैसले से कोई हारा नहीं है बल्कि भारत देश जीता है, संविधान जीता है. न्याय की विजय हुई है.
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गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को अयोध्या के जमीन विवाद मामले (Ayodhya Case) में सर्वसम्मति के फैसले में अयोध्या में विवादित स्थल पर राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर दिया और केन्द्र को निर्देश दिया कि नई मस्जिद के निर्माण के लिए सुन्नी वक्फ बोर्ड को प्रमुख स्थान पर पांच एकड़ का भूखंड आवंटित किया जाए. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने इस व्यवस्था के साथ ही राजनीतिक दृष्टि से बेहद संवेदनशील 134 साल से भी अधिक पुराने इस विवाद का पटाक्षेप कर दिया.
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