विमानन कंपनी गोएयर ने कोरोना वायरस महामारी के चलते सरकार से वित्तीय सहायता मांगी है और कहा कि उसने अपने कुछ कर्मचारियों को विलंब से वेतन दिया है. वाडिया समूह के अध्यक्ष नुस्ली वाडिया और गोएयर के प्रबंध निदेशक जेह वाडिया ने रविवार को कंपनी के कर्मचारियों को भेजे एक संदेश में कहा कि कंपनी परिचालन फिर से शुरू करने और लॉकडाउन खत्म होते ही उड़ान भरने पर ध्यान केंद्रित कर रही है.गोएयर ने एक संवाद में कहा, ‘‘दुनिया भर में विमानन कंपनियों को इस अभूतपूर्व संकट (कोरोना वायरस महामारी) से निपटने के लिए सरकारों से पर्याप्त वित्तीय सहायता मिल रही है, खासतौर से उन्हें कर्मचारियों की जरूरतों को पूरा करने में सक्षम बनाने के लिए, और साथ ही परिचालन को बनाए रखने और फिर से शुरू करने के लिए, और उनके बहीखातों की व्यवहार्यता को बनाए रखने के लिए भी सहायता मिल रही है.''
इसमें कहा गया कि इन विमानन कंपनियों को संघीय बैंकों की सहायता के साथ ही बैंकिंग प्रणालियों से भी पर्याप्त समर्थन दिया गया है.उन्होंने कहा, ‘‘हम अपनी सरकार के साथ भी इसी तरह के विकल्पों को अपनाने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि हम अपने कर्मचारियों की स्थिति में सुधार कर सकें और अपनी एयरलाइन की निरंतरता भी कायम रख सकें.''गोएयर ने कहा कि वह भारतीय बैंकिंग प्रणाली से वित्तीय सहायता के लिए अनुरोध कर रही है, लेकिन अभी तक ये बातचीत किसी नतीजे तक नहीं पहुंच सकी है.
गोएयर ने कहा है कि मार्च में शुरुआती 24 दिनों में उसकी आमदनी बहुत कम थी और उसके बाद यह शून्य हो गई, जबकि उसे अपने सभी खर्च पूरे करने हैं. कोविड-19 महामारी पर अंकुश लगाने के लिए 25 मार्च से लागू किए गए देशव्यापी लॉकडाउन के बाद से वाणिज्यिक उड़ानें बंद हैं.
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