
पश्चिम बंगाल में TMC ने बहुमत हासिल कर लिया है. (फाइल फोटो)
सत्ता संग्राम के नतीजों से जुड़ी 10 बड़ी बातें
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा को पटखनी देते हुए ममता बनर्जी ने रविवार को अपनी पार्टी तृणमूल कांग्रेस को सत्ता की हैट्रिक के साथ शानदार जीत दिलाई, जबकि असम और केरल में सत्ता विरोधी लहर को मात देते हुए वहां के सत्तारूढ़ दल फिर से सरकार बनाने की ओर अग्रसर हैं. हालांकि तमिलनाडु और पुडुचेरी की सत्ता में काबिज दलों को सत्ता विरोधी लहर का खामियाजा भुगतना पड़ा.
बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी TMC ने तो सत्ता पर काबिज होने का बहुमत हासिल कर लिया लेकिन नंदीग्राम से चुनाव लड़ रहीं मुख्यमंत्री को खुद हार का सामना करना पड़ा. बीजेपी उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी ने उन्हें 1622 वोटों से हरा दिया. TMC ने चुनाव आयोग से वोटों की गिनती दोबारा कराने का अनुरोध किया लेकिन आयोग ने उनकी मांग को खारिज कर दिया.
बंगाल में TMC की जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ममता बनर्जी को बधाई देते हुए ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, 'पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की जीत के लिए ममता दीदी को बधाई. केंद्र सरकार लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए और COVID-19 महामारी को दूर करने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार को हर संभव समर्थन देना जारी रखेगी.'
TMC की जीत के बाद बीजेपी कार्यालय पर हमले की भी खबरें आईं. आरोप TMC कार्यकर्ताओं पर लगा. जिसके बाद बंगाल में बीजेपी के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट किया, 'ममता बनर्जी जी को जीत की बधाई! हम जनता का फैसला स्वीकार करते हैं और वादा करते हैं कि विधानसभा में विपक्ष की रचनात्मक भूमिका निभाएंगे। लेकिन, आप अपने कार्यकर्ताओं को अनुशासन में रहने के निर्देश दें, ताकि वे जीत की खुशी में हमारे कार्यालयों को नुकसान न पहुंचाएं.'
तमिलनाडु में एक दशक के बाद ऑल इंडिया अन्नाद्रविड़ मुनेत्र कषगम (AIADMK) की सत्ता से विदाई सुनिश्चित कर द्रविड़ मुनेत्र कषगम (DMK) के नेतृत्व वाला गठबंधन सत्ता में वापसी कर रहा है. वहीं पुदुचेरी में ऑल इंडिया एन आर कांग्रेस (AINRC) के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार बनाने जा रहा है.
चुनाव तो चार राज्यों और केंद्र शासित पुदुचेरी में थे लेकिन सबकी नजरें पश्चिम बंगाल पर टिकी थीं, जहां तृणमूल कांग्रेस को सत्ता से बेदखल करने के लिए भाजपा ने कोई कसर नहीं छोड़ी. भाजपा के लिए संतोष की बात यह रही कि उसका आंकड़ा तीन से बढ़कर 80 के करीब पहुंच गया और वह नंदीग्राम में ममता बनर्जी को शिकस्त देने में सफल रही.
तृणमूल कांग्रेस ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अगुवाई में आक्रामक चुनाव प्रचार किया तो भाजपा ने वहां पहली बार सत्ता में आने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के कई दूसरे बड़े चेहरों ने पश्चिम बंगाल में धुआंधार चुनाव प्रचार किया.
पार्टी के शानदार प्रदर्शन के बाद ममता बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल ने अपने जनादेश से भारत को ‘‘बचा'' लिया. बनर्जी ने कहा कि कोविड-19 महामारी से निपटना उनकी प्राथमिकता है. उन्होंने पार्टी के नेताओं से विजय रैली आयोजित न करने को कहा.
रविवार को करीब दो महीने बाद खड़े होकर ममता बनर्जी ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘यह बंगाल के लोगों, लोकतंत्र की जीत है. बंगाल ने आज भारत को बचा लिया है. कई विषमताओं-केंद्र, उसके तंत्र और उसकी एजेंसियों के खिलाफ लड़ते हुए यह जबरदस्त जीत मिली है. इस जीत ने मानवता को बचा लिया है.''
कई दशकों तक पश्चिम बंगाल की सत्ता पर काबिज रहे वाम दलों और कांग्रेस का इस चुनाव में सफाया हो गया. बताते चलें कि पिछले विधानसभा चुनाव में महज तीन सीटों पर जीत दर्ज करने वाली भाजपा 78 सीटों पर जीत की ओर बढ़ रही है. बहरहाल, कड़ा मुकाबला होने के अनुमानों को धता बताते हुए, तृणमूल कांग्रेस तेजी से प्रचंड जीत की ओर बढ़ती दिख रही है.