पांच राज्यों में आगामी विधानसभा चुनावों (Assembly Elections) के दौरान सुरक्षा प्रदान करने के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) के लगभग 50 हजार जवानों (Soldiers) को तैनात किया जा रहा है, जिनमें से ज्यादातर को उत्तर प्रदेश में भेजा जा रहा है, जहां सबसे अधिक 403 सीटें हैं और सात चरणों में सबसे लंबी मतदान अवधि है. आधिकारिक सू्त्रों ने यह जानकारी दी. निर्वाचन आयोग (Election Commission) ने शनिवार को उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा विधानसभा चुनावों के लिए मतदान कार्यक्रम की घोषणा की.
उत्तर प्रदेश में जहां 10 फरवरी से सात चरणों में मतदान होगा, वहीं पंजाब (117 सीटों), उत्तराखंड (70 सीटों) और गोवा (40 सीटों) में 14 फरवरी को एक चरण में ही मतदान होगा, जबकि 60 सीटों वाले मणिपुर के मतदाता दो चरणों में मतदान करेंगे. सभी राज्यों के चुनाव के लिए मतगणना 10 मार्च को होगी.
सुरक्षा प्रतिष्ठान के अधिकारियों ने को बताया कि सीआरपीएफ, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) जैसी सीएपीएफ की 500 से अधिक कंपनियों को शुरुआती चरण में तैयार किया जा रहा है और आने वाले दिनों में कम से कम 100-150 और ऐसी इकाइयां जोड़ी जा सकती हैं. उन्होंने कहा कि इन 500 सीएपीएफ कंपनियों में से 375 को उत्तर प्रदेश भेजा जाएगा.
उत्तर प्रदेश के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि संबंधित जिलों के लिए 150 सीएपीएफ कंपनियां पहले ही निर्धारित की जा चुकी हैं और निष्पक्ष और कुशल तरीके से चुनाव संपन्न कराने के उद्देश्य से 10 जनवरी तक आना शुरू कर देगी. सीएपीएफ की एक कंपनी में लगभग 70-80 कर्मियों की परिचालन क्षमता होती है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं