असम में कोरोनावायरस संक्रमण का पहला मंगलवार को सामने आया. इस संक्रमण के तार भी निजामुद्दीन मरकज़ हुए धार्मिक कार्यक्रम से जुड़े बताए जा रहे हैं. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि असम का पहला कोरोनासंक्रमित मरीज निजामुद्दीन दरगाह गया था लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि वह मरकज़ में शामिल हुआ था या नहीं. सरकारी सूत्रों ने कहा कि असम में निजामुद्दीन गए 130 लोगों की पहचान कर ली गई है और उनके सैंपल को जांच के लिए भेजा गया है. जांच की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. फिलहाल सभी को आइसोलेशन में रखा गया है. वहीं, राज्य में 300 और लोगों की तलाश की जा रही है.
वहीं, उत्तरांखड में अभी तक कोरोनावायरस से संक्रमित सात लोगों के संपर्क में 1149 लोग आए हैं. इन सभी लोगों को चिकित्सा निगरानी में रखा गया है.
असम के सिलचर में मंगलवार को 52 साल के एक व्यक्ति के जांच में कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है .यह असम में इस बीमारी का पहला मामला है. स्वास्थ्य मंत्री हिमंत विश्वसरमा ने खुद ट्वीट करके यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस व्यक्ति का सिलचर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में इलाज चल रहा है और उसकी हालत स्थिर है. जानकारी के मुताबिक 52 वर्षीय शख्स हाल ही में दिल्ली गया था. जहां हाल ही में निजामुद्दीन इलाके में एक धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ था और कई देशों के लोगों ने शिरकत की थी.
गृह मंत्रालय ने निजामुद्दीन मरकज़ में तबलीगी जमात के दो दिवसीय कार्यक्रम में शामिल होने के बाद देश के विभिन्न हिस्सों में गए तबलीगी सदस्यों की पहचान करने के लिए राज्यों से कहा है. इस कार्यक्रम में शामिल होने के बाद तमिलनाडु के 50, दिल्ली में 24, तेलंगाना में 21, आंध्र प्रदेश में 21, अंडमान में 10 और असम एवं जम्मू-कश्मीर में एक-एक लोग कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए हैं.
बता दें कि भारत में कोरोना वायरस की वजह से अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं संक्रमितों की संख्या 1397 तक पहुंच चुकी है. नई दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के धार्मिक आयोजन के बाद देश के अलग अलग राज्यों से संक्रमित लोगों की जानकारी सामने आ रही है.
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