असम सरकार (Assam Govt) ने बीते गुरुवार पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों की एक टीम राजस्थान के कोटा (Kota Students) भेजी. टीम को इसलिए वहां भेजा गया है ताकि कोटा में फंसे असम के छात्रों को निकालने की रणनीति तैयार की जा सके. छात्रों के माता-पिता असम व राजस्थान सरकार (Rajasthan Govt) से लगातार बच्चों को वहां से सुरक्षित निकालने की गुहार लगा रहे हैं. इस काम में तेजी लाई जा सके इसलिए अधिकारियों की टीम को चार्टर्ड प्लेन से कोटा भेजा गया.
'लीयरजेट 45' डबल इंजन वाला प्लेन है. सरकारी सूत्रों के अनुसार, बच्चों को इस प्लेन से वापस नहीं लाया जाएगा. कोटा में असम के 350 से ज्यादा छात्र फंसे हुए हैं. इन छात्रों को सड़क के रास्ते उत्तर प्रदेश व बिहार होते हुए गुवाहाटी लाया जाएगा. इस यात्रा का खर्च बच्चों के माता-पिता को वहन करना होगा. भेजी गई टीम के अधिकारी इस पूरी कार्यवाही को अंजाम देंगे व पुलिसकर्मी उनकी सुरक्षा करेंगे.
असम के स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गुवाहाटी से कोटा की दूरी लगभग 2000 किलोमीटर है. समय बचाते हुए बच्चों को वापस लाने की कार्यवाही शुरू की जा सके, इसलिए अधिकारियों को चार्टर्ड प्लेन से वहां भेजने का फैसला लिया गया. उन्होंने बताया कि कोटा में अधिकारियों ने अपना काम शुरू कर दिया है. कोरोनावायरस (Coronavirus Lockdown) से बचाव के चलते देश में 40 दिनों का लॉकडाउन लगाया गया है. इसकी वजह से कई राज्यों के छात्र कोटा में फंसे हैं.
असम के स्वास्थ्य मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने NDTV के साथ खास बातचीत में कहा, 'राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने सभी राज्य सरकारों से आग्रह किया है कि वह कोटा में फंसे अपने-अपने राज्यों के छात्रों को ले जाएं. कई सरकारें अपने राज्य के छात्रों को वहां से निकाल भी चुकी हैं. हम इसपर काम कर रहे थे लेकिन सावधान भी थे क्योंकि असम के और लोग भी कई अन्य जगहों पर फंसे हैं. हमारे चार्टर्ड प्लेन लगातार अलग-अलग जगहों पर राहत सामग्री भेजने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे हैं.'
इस दिशा में वीएसआर वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड की ओर से असम सरकार का 45 सीटों वाला 'लीयरजेट 45' अहम भूमिका निभा रहा है. इस मिड-साइज बिजनेस जेट को बॉमबारडियर एयरोस्पेस की लीयरजेट डिवीजन ने तैयार किया है. यह लगभग हर रोज उड़ान भर रहा है. यह रात में भी उड़ान भरने में सक्षम है. स्वास्थ्य मंत्री ने बताया, 'एक दिन हमारे पास RNA एक्सट्रैक्शन किट्स खत्म हो गई थी. हमें इन किट्स को कोलकाता से लाना था. इस जेट की वजह से कुछ ही घंटों में हम इन्हें हासिल कर सके थे. आपात परिस्थितियों में डॉक्टरों को लाने, सैंपल टेस्टिंग व अन्य ऑपरेशन में इस प्लेन ने अहम रोल निभाया है.' असम सरकार के स्वास्थ्य मंत्री व उनकी टीम भी अलग-अलग जगहों पर जाने के लिए पिछले एक महीने से इसी प्लेन का इस्तेमाल कर रही है.
VIDEO: असम में इस्तेमाल नहीं होंगी चीन से मंगाईं PPE किट्स
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