असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के काफिले पर सोमवार को प्रदर्शनकारियों ने उस समय हमला कर दिया जब वह नगालैंड की सीमा से लगे गोलाघाट जिले में हिंसा प्रभावित उरियमघाट का दौरा करने जा रहे थे।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) एपी राउत ने बताया कि गोगोई को हमले में कोई चोट नहीं आई, लेकिन उनके काफिले में पीछे चल रहे दो वाहन क्षतिग्रस्त हो गये।
मुख्यमंत्री को जेड प्लस श्रेणी का सुरक्षा घेरा प्राप्त है और वह आज सुबह सड़क रास्ते से जोरहट से गोलाघाट के लिए निकले थे।
राउत ने कहा कि गोगोई जैसे ही उरियमघाट में एक राहत शिविर के पास पहुंचे तो नाराज प्रदर्शनकारियों ने उनके खिलाफ नारे लगाये और उनमें से कुछ लोगों ने पीछे की तरफ चल रहे सुरक्षाकर्मियों के वाहनों पर पथराव किया। पथराव में काफिले के दो वाहन क्षतिग्रस्त हो गये।
प्रदर्शनकारियों से शांतिपूर्ण तरीके से तितर-बितर होने का आग्रह किया गया, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया और पानी की बौछार भी की।
राउत ने बताया कि लाठीचार्ज में एक व्यक्ति घायल हो गया जिसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
नगालैंड के उपद्रवियों द्वारा कथित तौर पर उरियमघाट में लोगों की हत्या के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे कृषक मुक्ति संग्राम समिति के सदस्यों ने गोगोई का पुतला भी जलाया।
मुख्यमंत्री करीब पांच मिनट तक राहत शिविर में रके और बाद में उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हालात की समीक्षा की।
पड़ोसी नगालैंड के उपद्रवियों ने 12 अगस्त को कथित तौर पर एक साथ नौ लोगों की हत्या कर दी थी और गोलाघाट जिले के सात गांवों में करीब 10,000 लोगों ने अपने घर छोड़ दिए। उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए राहत शिविरों में शरण ली।
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