विवाद बढ़ने के बाद डॉक्टर लाल चंदानी ने इस पर अपनी सफाई पेश की है (फाइल फोटो:असदुद्दीन ओवैसी )
नई दिल्ली: तबलीगी जमात के सदस्यों और एक खास वर्ग विशेष पर टिप्पणी करने को लेकर कानपुर GSVM मेडिकल कॉलेज की प्रिसिंपल डॉक्टर आरती लाल चंदानी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. हालांकि यह वीडियो पुराना है लेकिन विवाद बढ़ने के बाद डॉक्टर लाल चंदानी ने इस पर अपनी सफाई पेश की है. एक नए वीडियो में वह इसे अपने विरोधियों की साजिश करार दे रही हैं. नए वीडियो में वह कह रही हैं कि मेरे संपर्क में कई मुस्लिम भाई-बहन और बच्चे हैं, जिन्हें मैंने अपनों की तरह प्यार किया है. उनकी सेवा की है. डॉक्टर आरती के अनुसार पुराना वीडियो उन्हें बैल्कमेल करने के इरादे से बनाया गया था, वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है.
वहीं डॉक्टर के इन बदले बोलों पर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कटाक्ष किया. ओवैसी ने मिर्जा गालिब का एक शेर साझा करते हुए अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा कि ये फ़ित्ना आदमी की ख़ाना-वीरानी को क्या कम है, हुए तुम दोस्त जिस के दुश्मन उस का आसमाँ क्यूँ हो.
बता दें कि कानपुर के मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल को कैमरे पर तब्लामी जमात के सदस्यों को कैमरे पर आतंकवादी कहते हुए 'पकड़ा' गया था. वायरल होते वीडियो में सीनियर डॉक्टर को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि इन्हें (तब्लीगी जमात के सदस्यों) को अस्पताल के बजाय जेल या जंगल में भेजा जाना चाहिए. बतातें चलें तब्लीगी जमात के ये सदस्य निजामुद्दीन मरकज में शामिल हुए थे और बाद में इनमें से कई कोरोना संक्रमित पाए गए थे. बाद में इनके अपने प्रदेश में लौटने पर देश में कोरोना के केसों की संख्या में इजाफा हुआ था.
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