
जम्मू-कश्मीर से विशेष दर्जा वाली धारा 370 के कई प्रावधान हटाए जाने को लेकर केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि ऐसा वोट या प्रचार करने के लिए नहीं बल्कि देश से किया गया वादा पूरा करने के लिए किया गया है. उन्होंने घाटी के हालातों को लेकर मंगलवार को कहा कि कुछ जिलों को छोड़कर कश्मीर घाटी में कुल मिलाकर हालात "सामान्य" हैं. रेड्डी ने यह बात ''अनुच्छेद 370 की समाप्ति, उभरते भारत पर प्रभाव'' विषय पर चर्चा के दौरान कही.
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रविकिशन ने कहा, "हमने इस तथ्य के बावजूद संसद में विधेयक पेश किया कि हमारे पास राज्यसभा में बहुमत नहीं है. लेकिन हम जानते थे कि कुछ राजनीतिक दल जो तीन तालाक विधेयक के खिलाफ थे, वे इसका समर्थन करेंगे क्योंकि यह मुद्दा राष्ट्रीय एकीकरण से संबंधित है."
इससे पहले 21 अगस्त तो किशन रेड्डी ने कहा था कि केंद्र ने जम्मू-कश्मीर में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब करने की पाकिस्तान की बदनीयत के मद्देनजर कुछ पाबंदियां लागू कर रखी हैं. और विपक्षी नेताओं को वहां सभाएं करने के लिए कुछ दिन का इंतजार करना चाहिए. रेड्डी ने कहा था कि पाकिस्तान चाहता है कि जम्मू कश्मीर में शांति बाधित हो और वह दुनिया को कह सके कि कश्मीर को लेकर भारत सरकार के निर्णय गलत हैं. जम्मू कश्मीर के हालात और वहां हिंसा की खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि छोटी-मोटी घटनाएं पहली बार नहीं हो रहीं.
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बता दें भारत ने 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से धारा 370 के तीन में से 2 प्रावधानों को खत्म कर दिया था. यहां अब तक सुरक्षा के मद्देनजर बड़ी संख्या में सुरक्षाबल तैनात हैं. कई दिनों से फोन-इंटरनेट बंद होने के बाद अब धीरे-धीरे इन्हें शुरू किया जा रहा है. स्कूल खुल गए हैं और सरकार के मुताबिक यहां हालात दिन-ब-दिन सामान्य हो रहे हैं. (इनपुट-भाषा)
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