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This Article is From Jul 28, 2015

अस्पताल लाए जाने से पहले अंतिम सांस ले चुके थे कलाम : डॉक्टर

अस्पताल लाए जाने से पहले अंतिम सांस ले चुके थे कलाम : डॉक्टर
पूर्व राष्ट्रपति कलाम (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को जब बेथानी अस्पताल लाया गया तो उनके शरीर में कोई हलचल नहीं थी। डॉ. कलाम का इलाज करने वाले एक डाक्टर ने यह जानकारी दी।

83 वर्षीय कलाम को शाम को करीब 7 बजे मेघालय की राजधानी में नानग्रिम हिल्स में स्थित अस्पताल में ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित करने से पूर्व करीब 45 मिनट तक गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में रखा गया।

अस्पताल लाए जाने के बाद उन्हें देखने वाले विशेषज्ञ डॉ एएम खरबामोन ने संवाददाताओं को बताया कि उन्हें पौने आठ बजे मृत घोषित कर दिया गया।

यह पूछे जाने पर कि क्या अस्पताल लाए जाने से पूर्व उनका निधन हो चुका था , खरबामोन ने बताया,  कलाम में प्राण होने के कोई लक्षण नहीं थे, लेकिन इसकी घोषणा नहीं की गई थी। यहां लाए जाने के समय उनकी सांस नहीं चल रही थी, नाड़ी भी नहीं चल रही थी, कोई रक्तचाप नहीं था और उनकी पुतलियां फैल चुकी थीं। उन्होंने बताया,  हरसंभव प्रयास किए गए लेकिन उन्हें होश में नहीं लाया जा सका। उन्हें 7. 45 बजे मृत घोषित कर दिया गया। मौत का कारण अचानक दिल का दौरा पड़ना था। डॉ. खरबामोन समेत पांच डॉक्टरों की टीम ने पूर्व राष्ट्रपति की चिकित्सा जांच की जो यहां आईआईएम में व्याख्यान देने के लिए शाम करीब 5 बजकर 40 मिनट पर आए थे ।

संस्थान के निदेशक प्रोफेसर अमिताभ डे ने बताया कि कलाम ने करीब छह बजकर 35 मिनट पर अपना भाषण शुरू किया । ‘‘जीवन जीने योग्य ग्रह’’ विषय पर करीब पांच मिनट भाषण देने के बाद वह गिर पड़े। उन्हें तुरंत बेथानी अस्पताल ले जाया गया, जो आईआईएम परिसर से मुश्किल से एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

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