New Delhi:
प्रसिद्ध गांधीवादी अन्ना हजारे ने गुरुवार को सरकार पर देश को भ्रष्टाचार के चंगुल से बाहर निकालने को लेकर गंभीर नहीं होने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर एक सख्त लोकपाल विधेयक पारित नहीं किया गया तो वह फिर से विरोध प्रदर्शन करेंगे। अन्ना हजारे ने कहा कि भ्रष्टाचार मुक्त भारत सरकार की सोच में नहीं है। हम समाज के लिए काम करते रहेंगे। सख्त लोकपाल विधेयक तैयार करने के लिए सरकारी और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों की बैठक के एक दिन बाद अन्ना हजारे ने ये बातें कहीं। बुधवार को संयुक्त समिति की हुई बैठक बेनतीजा रही थी। अन्ना हजारे ने कहा, यदि वे एक गलत विधेयक लाते हैं, तो निश्चित तौर विरोध-प्रदर्शन होगा। हमें जंतर-मंतर की तरह प्रदर्शन फिर से शुरू करने पड़ेंगे। सरकार अपनी प्रतिबद्धता से पीछे हट रही है। उन्होंने कहा, लोग समझ रहे हैं कि अगर दो मसौदे तैयार किए जा रहे हैं, तो क्यों संयुक्त समिति बनी। यह सरकार की केवल रणनीति है। वह पिछले तीन माह से समय बर्बाद कर रही है। बुधवार को अपना 74वां जन्मदिन मनाने वाले अन्ना हजारे ने कहा, लोकपाल विधेयक लाना सरकार के दिमाग में नहीं है। हम इससे कोई निजी लाभ नहीं हासिल कर रहे हैं। ऐसे मसौदे की क्या जरूरत है, जिससे देश को भ्रष्टाचार से मुक्त कराने में सहायता न मिले। उन्होंने कहा, सरकार की इच्छा भ्रष्ट लोगों को दंडित करने की नहीं है।
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अन्ना हजारे, लोकपाल बिल, भ्रष्टाचार