नई दिल्ली:
गांधीवादी समाजसेवक अन्ना हजारे ने योग गुरु बाबा रामदेव और उनके समर्थकों पर की गई पुलिस कार्रवाई को 'लोकतंत्र का गला घोंटने' की घटना करार दिया है। भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ दिल्ली के रामलीला मैदान में शनिवार सुबह शुरू हुए बाबा रामदेव के अनशन के संदर्भ में अन्ना हजारे ने कहा, "विरोध प्रदर्शन करना अपराध नहीं है। इससे केवल लोकतंत्र मजबूत होता है।" पुलिस द्वारा बाबा रामदेव और उनके हजारों समर्थकों को अनशन स्थल से जबरन हटाए जाने के कुछ ही घंटे बाद अन्ना हजारे ने कहा, "लेकिन आधी रात को पुलिस भेजने और लोगों को पीटने की क्या जरूरत थी?" उन्होंने कहा, "यह घटना लोकतंत्र पर कलंक है।" उन्होंने कहा, "बाबा रामदेव के आंदोलन की कुछ कमजोरियां हो सकती हैं लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि लोगों को पीटा जाए और रात में पुलिस कार्रवाई क्यों की गई? वहां महिलाएं और बच्चे भी मौजूद थे।" उन्होंने कहा, "सभी लोगों को इसका विरोध करना चाहिए। मदद के लिए किसी भी राजनीतिक दल की ओर मत देखें। भविष्य में होने वाला आंदोलन और बड़ा तथा सबक सिखाने वाला होना चाहिए।"
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