रालेगण सिद्धि:
वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने शुक्रवार को 27 दिसम्बर से मुम्बई में अपने प्रस्तावित अनशन के लिए एमएमआरडीए मैदान रियायत दर पर उपलब्ध कराने के वास्ते अपनी टीम के सदस्यों के बम्बई उच्च न्यायालय में जाने के फैसले को 'अनुचित' बताया। अन्ना हजारे ने पत्रकारों से कहा, "मेरी टीम के सदस्यों का फैसला सही नहीं था। उनमें अनुभव की कमी है और उन्होंने गलती की है लेकिन अब उन्हें सबक मिल गया है।" ज्ञात हो कि सामाजिक कार्यकर्ता की यह प्रतिक्रिया बम्बई उच्च न्यायालय द्वारा उनकी टीम के सदस्यों की ओर से दाखिल याचिका खारिज करने के तुरंत बाद आई। टीम अन्ना के सदस्यों ने याचिका में मुम्बई मेट्रोपालिटन रिजन डेवलपमेंट अथारिटी (एमएमआरडीए) की अत्यधिक व्यावसायिक दरों की चुनौती दी थी। एमएमआरडीए ने मैदान पर अनशन की अनुमति देने के लिए टीम अन्ना से जमानत राशि सहित करीब 19 लाख रुपये जमा करने के लिए कहा था। सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा कि न्यायालय के फैसले के मद्देनजर उपनगरीय बांद्रा-कुर्ला कॉम्पलेक्स स्थित एमएमआरडीए मैदान अनशन के लिए कमोबेश तय है। अन्ना हजारे ने कहा, "मुझे बताया गया था कि एमएमआरडीए हमें कुछ रियायत देगा और मैदान का किराया देने के लिए कुछ दानकर्ता भी आगे आ रहे हैं। इसलिए मैंने इस मैदान के लिए हरी झंडी दे दी है।"