
निलंगा में कबाड़ का कारोबार करने वाले इरफान शेख की दुकान के पास ही हेलीपैड बना था...
मुंबई:
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के हेलीकॉप्टर हादसे के बाद घटनास्थल पर जो सबसे पहले पहुंचा, वह न पुलिस थी, न कोई प्रशासनिक अधिकारी... वहां सबसे पहले पहुंचा था इरफान, जिसने बेहद चतुराई से ज़मीन में धंस चुके हेलीकॉप्टर से मुख्यमंत्री को बाहर आने में मदद की...
निलंगा में कबाड़ का कारोबार करने वाले इरफान शेख की दुकान के पास ही हेलीपैड बना था... गुरुवार को स्थानीय दौरा खत्म कर जब मुख्यमंत्री ने निलंगा से लातूर के लिए उड़ान भरी, तो इरफान अपनी दुकान के पास से ही उत्सुकतावश उनके उड़ते हेलीकॉप्टर को निहार रहा था, क्योंकि निलंगा जैसे छोटे-से गांव में किसी हेलीकॉप्टर का आना आकर्षण का विषय होगा ही...
लेकिन, अचानक ही माहौल बदल गया... इरफान ने अपनी आंखों के सामने हेलीकॉप्टर को ज़मीन की तरफ आते देखा और बाद में बेहद ऊंची आवाज़ भी सुनी, जिसके बाद वह उसी दिशा में दौड़ पड़ा, जबकि बाकी लोग घूमते पंखे और उड़ती धूल से बचने के लिए उलट दिशा में भाग रहे थे... मौका-ए-वारदात पर पहुंचकर इरफान ने तपाक से हेलीकॉप्टर का दरवाजा खोलने की कोशिश की... मुख्यमंत्री फडणवीस ने भीतर से इरफान को इशारा किया और फिर वह अंदर से लॉक खोलकर दरवाज़े से निकले...
दरअसल, ज़मीन की तरफ आते हुए हेलीकॉप्टर के बिजली की तारों से छू गया था, और फिर धड़ाम से ज़मीन पर गिरकर धंस गया था, सो, ऐसे में दरवाज़ा खोलने में चुनौती महसूस हो रही थी... इरफान की मदद से मुख्यमंत्री बाहर निकल सके, और उन्होंने बाहर आते ही इरफान से कहा कि वह सुरक्षित हैं, और इरफान बाकी फंसे हुए लोगों को निकालें...
NDTV इंडिया से बातचीत में इरफान ने बताया कि इसके बाद वह अंदर फंसे लोगों को निकालने में जुट गए... मुख्यमंत्री भी बाहर आकर इरफान से बात करने के बाद हेलीकॉप्टर से चंद फुट दूरी पर जाकर रुक गए और बाकी यात्रियों, पायलट को बाहर निकाले जाना देखने लगे... कुछ ही पल के बाद प्रशासनिक अमला मुख्यमंत्री की मदद के लिए पहुंच गया था, और उन्हें घेरकर हादसे की जगह से दूर ले गया...
जब NDTV इंडिया ने इरफान से सवाल किया कि वह बाकियों से उलट दिशा में हेलीकॉप्टर की ओर क्यों दौड़े थे, तो उनका जवाब था, "हमारा राजा अंदर फंसा था..." यह पूछे जाने पर कि क्या वह अब CM से मिलना चाहते हैं, इरफान ने कहा, " नहीं जी, हमारा राजा बच गया, यही मेरे लिए काफी है..." इस इस घटना की मुख्यमंत्री कार्यालय से भी पुष्टि की गई है...
निलंगा में कबाड़ का कारोबार करने वाले इरफान शेख की दुकान के पास ही हेलीपैड बना था... गुरुवार को स्थानीय दौरा खत्म कर जब मुख्यमंत्री ने निलंगा से लातूर के लिए उड़ान भरी, तो इरफान अपनी दुकान के पास से ही उत्सुकतावश उनके उड़ते हेलीकॉप्टर को निहार रहा था, क्योंकि निलंगा जैसे छोटे-से गांव में किसी हेलीकॉप्टर का आना आकर्षण का विषय होगा ही...
लेकिन, अचानक ही माहौल बदल गया... इरफान ने अपनी आंखों के सामने हेलीकॉप्टर को ज़मीन की तरफ आते देखा और बाद में बेहद ऊंची आवाज़ भी सुनी, जिसके बाद वह उसी दिशा में दौड़ पड़ा, जबकि बाकी लोग घूमते पंखे और उड़ती धूल से बचने के लिए उलट दिशा में भाग रहे थे... मौका-ए-वारदात पर पहुंचकर इरफान ने तपाक से हेलीकॉप्टर का दरवाजा खोलने की कोशिश की... मुख्यमंत्री फडणवीस ने भीतर से इरफान को इशारा किया और फिर वह अंदर से लॉक खोलकर दरवाज़े से निकले...
दरअसल, ज़मीन की तरफ आते हुए हेलीकॉप्टर के बिजली की तारों से छू गया था, और फिर धड़ाम से ज़मीन पर गिरकर धंस गया था, सो, ऐसे में दरवाज़ा खोलने में चुनौती महसूस हो रही थी... इरफान की मदद से मुख्यमंत्री बाहर निकल सके, और उन्होंने बाहर आते ही इरफान से कहा कि वह सुरक्षित हैं, और इरफान बाकी फंसे हुए लोगों को निकालें...
NDTV इंडिया से बातचीत में इरफान ने बताया कि इसके बाद वह अंदर फंसे लोगों को निकालने में जुट गए... मुख्यमंत्री भी बाहर आकर इरफान से बात करने के बाद हेलीकॉप्टर से चंद फुट दूरी पर जाकर रुक गए और बाकी यात्रियों, पायलट को बाहर निकाले जाना देखने लगे... कुछ ही पल के बाद प्रशासनिक अमला मुख्यमंत्री की मदद के लिए पहुंच गया था, और उन्हें घेरकर हादसे की जगह से दूर ले गया...
जब NDTV इंडिया ने इरफान से सवाल किया कि वह बाकियों से उलट दिशा में हेलीकॉप्टर की ओर क्यों दौड़े थे, तो उनका जवाब था, "हमारा राजा अंदर फंसा था..." यह पूछे जाने पर कि क्या वह अब CM से मिलना चाहते हैं, इरफान ने कहा, " नहीं जी, हमारा राजा बच गया, यही मेरे लिए काफी है..." इस इस घटना की मुख्यमंत्री कार्यालय से भी पुष्टि की गई है...
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