RJD नेता तेजस्वी यादव. (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने रविवार को वर्चुअल रैली के माध्यम से बिहार की जनता को संबोधित किया. रैली में उन्होंने घोषणा की कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के नेतृत्व में ही बिहार में विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा. अमित शाह की रैली के बाद राजद नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया. तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर लिखा, 'वर्चुअल रैली में खोली नोटों की थैली, लेकिन ख़ाली है ग़रीबों की थाली. जनता आपको घर बैठायेगी हाथ ख़ाली, तब करना हज़ारों डिजिटल चुनावी रैली. उन्होंने आगे लिखा, 'किसान, नौजवान व ग़रीब विरोधी सरकार के विरुद्ध आज बिहार ने थाली बजाकर विरोध प्रकट किया, क्योंकि ग़रीबों का पेट और थाली, है ख़ाली.
बता दें कि इससे पहले राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने सुबह से ही थाली पीटकर आभासी विरोध शुरू कर दिया था. पटना में अपने आवास के बाहर तेज प्रताप यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी प्रताप थाली बजाकर विरोध प्रदर्शन करते देखे गए. इस दौरान आरजेडी ने प्रवासी मजदूरों के मामले को मुख्यरुप से उठाया. जोकि विपक्ष की ओर से प्रमुख मुद्दों में से एक है.
शनिवार को तेजस्वी यादव पार्टी दफ्तर पहुंचे थे और नीतीश कुमार से सवाल पूछने वाले कुछ पोस्टरों को कार्यकर्ताओं के संग मिलकर पार्टी दफ्तर की दीवारों पर चिपकाया थे. तो वहीं नीतीश कुमार, जिन्होंने पिछले 75 दिनों में एक भी प्रेस कांफ्रेंस नहीं आजकल पार्टी के कार्यकर्ताओं के संग वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संवाद कर रहे हैं जाहिर है चुनाव से पहले नीतीश पार्टी के एक एक कार्यकर्ता की नब्ज टटोलना चाहेंगे.
वहीं दूसरी तरफ केंद्र में बीजेपी की साथी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी का मानना है कि प्रवासी मजदूरों के मामले ने नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की सुशासन बाबू की छवि को चोट पहुंचाई है. राज्य में 8 हजार 500 करोड़ रुपये खर्च करने के बावजूद मार्च में छात्रों को रोकना और प्रवासियों की ट्रेन यात्रा के भुगतान से इनकार करने की वजह से लोगों में उनके प्रति गुस्सा पैदा हो गया है.
VIDEO: अमित शाह की रैली के खिलाफ RJD का 'गरीब अधिकार दिवस'