बीजेपी अध्यक्ष और गृहमंत्री अमित शाह ने आज एक कार्यक्रम में इस बात का खुलासा किया है कि पीएम मोदी और उन्होंने योगी आदित्यनाथ को देश के सबसे ज्यादा सीटों वाले राज्य उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री क्यों बनाया है. गौरतलब है कि गोरखधाम मंदिर के मुख्य पुजारी रहे योगी का इस पद के लिए चुना जाना कई लोगों के लिए हैरान करने वाला था. हालांकि योगी की छवि राज्य में हिंदुत्व के पोस्टर ब्वाय के रूप में बन चुकी थी. वहीं सीएम पद के लिए उनके नाम की घोषणा इसलिए भी हैरान करने वाला था क्योंकि उनको प्रशासन का कोई भी अनुभव नहीं था. लेकिन उनके नाम की घोषणा इस पद पर किए जाने की वजह का खुलासा करते हुए अमित शाह ने कहा, 'किसी ने सोचा भी नहीं था कि योगी मुख्यमंत्री बनेंगे. कई लोगों ने मुझसे कहा कि योगी को तो नगर निगम चलाने का भी अनुभव नहीं है, आप उन्हें सीएम क्यों बना रहे हैं. हां यह सही है कि उनको नगर निगम चलाने का भी अनुभव नहीं था. वह एक मंदिर के प्रमुख थे.'
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लखनऊ में एक कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में अमित शाह ने आगे कहा, ' लोगों ने मुझसे कहा आप उनको इतने बड़े राज्य की कमान क्यों सौंप रहे हैं. लेकिन पीएम मोदी और मैंने उन्हें सीएम बनाने का फैसला किया. क्योंकि वह कर्मठ हैं और उन्होंने अपने कम अनुभव को कठोर परिश्रम से कभी बाधा नहीं बनने दिया. आपको बता दें कि साल 2017 में बीजेपी को उत्तर प्रदेश में प्रचंड बहुमत मिला था. जनता के इस फैसले को पीएम मोदी के विकास कार्यों को लेकर किए गए वादों पर विश्वास माना गया. लेकिन इस चुनाव में पार्टी ने किसी को भी सीएम पद का चेहरा नहीं घोषित नहीं किया था. नतीजों के बाद यह एक बड़ा मुद्दा बन गया था कि बीजेपी किसे उत्तर प्रदेश का सीएम बनाएगी. लेकिन योगी आदित्यनाथ का नाम शुरू से ही चर्चा में था. वहीं सूत्रों का कहना है कि आरएसएस की ओर से मनोज सिन्हा के नाम पर मुहर लगाई गई थी. लेकिन बाद में योगी के नाम पर फैसला इसलिए किया गया क्योंकि वह पार्टी कैडर में बहुत ज्यादा लोकप्रिय थे.
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