केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) पूर्वोत्तर के दौरे पर हैं. अगले साल होने विधानसभा चुनावों से पहले शाह का यह दौरा बेहद खास माना जा रहा है. गुवाहटी में कई योजनाओं की आधारशिला रखने के सिलसिले में असम पहुंचे अमित शाह विरोधियों पर भी जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि असम में दो समस्याएं प्रमुख हैं, पहली घुसपैठ (Infiltration) और दूसरी बाढ़. बीजेपी (BJP) ही एकलौती ऐसी पार्टी है जो राज्य ने घुसपैठ की समस्या को पूरी तरह से खत्म कर सकती है.
गृह मंत्री ने कहा कि एक जमाने में यहां के सारे राज्यों में अलगाववादी अपना एजेंडा चलाते थे, युवाओं के हाथों में बंदूक पकड़ाते थे. आज वो सभी संगठन मुख्य प्रवाह में शामिल हो गए हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव का मौसम आने वाला है. फिर से ये अलगाववाद की बात करने वाले चेहरा और रंगरूप सब बदलकर लोगों के बीच मे आएंगे. हमें उल्टा सुलटा समझाएंगे, आंदोलन की दिशा में ले जाएंगे.
दिल्ली और उसके आसपास हो रहे किसान आंदोलन को लेकर शाह ने कहा, "अभी कुछ लोग कृषि सुधार कानूनों (Farm Laws) को लेकर बड़ा आंदोलन कर रहे हैं. मैं सभी से इस मौके पर अपील करना चाहता हूं कि आप मुख्यधारा में आइये, सरकार के साथ चर्चा कीजिये और समस्या का समाधान ढूंढ़िए."
गृह मंत्री ने कहा कि मोदी जबसे प्रधानमंत्री बनें तब से असम की स्वास्थ्य सेवाओं के लिए बहुत बड़ा योगदान किया है. असम में लगभग 15 लाख अस्थाई और 5-10 लाख स्थायी आबादी के लिए आधुनिक सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल बनने वाला है. आज राज्य में 11 विधि कॉलेजों की स्थापना की आधारशिला रखी गई है. असम ने इस देश को गोगोई साहब के रूप में CJI (भारत के प्रधान न्यायाधीश) देने का काम किया है. ये विधि विद्यालय अनेक ऐसे विद्वानों को हमारी न्याय प्रणाली को सुदृढ़ करने के लिए देंगे.
असम में वापसी को लेकर क्यों आश्वस्त है बीजेपी? क्या है अमित शाह का 'मिशन असोम'?
बता दें कि अमित शाहबतादरवा थान में विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी. इसके अलावा उन्होंने गुवाहाटी में नए मेडिकल कॉलेज और राज्य में 9 नए लॉ कॉलेज की भी आधारशिला भी रखी.
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