नई दिल्ली:
भारतीय थलसेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह की चिट्ठियों को लेकर चल रहे विवादों के बीच बृहस्पतिवार को केन्द्रीय रक्षामंत्री एके एंटनी ने कहा कि भारतीय सेना के तीनों अंगों के प्रमुखों पर सरकार का विश्वास बना हुआ है, और वे अपना काम कर रहे हैं।
सेनाध्यक्ष जनरल सिंह का प्रधानमंत्री को लिखा पत्र लीक होने के मामले में एंटनी ने कहा कि जिसने भी पत्र लीक किया है, वह राष्ट्रविरोधी है, और यह हरकत केवल दुश्मनों की मदद करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि हम सेनाप्रमुख के प्रधानमंत्री को लिखे पत्र के लीक होने के मामले की तह में जाने के बाद कानून के मुताबिक कठोर कदम उठाएंगे। रक्षामंत्री ने यह भी कहा कि हम भ्रष्टाचार को कतई सहन नहीं करते। उनके मुताबिक खरीद प्रक्रिया में यदि किसी भी स्तर पर कोई अनियमितता पाई जाती है, तो वह उसे रद्द करने से नहीं हिचकेंगे।
एंटनी के अनुसार भारत को रक्षाबलों के आधुनिकीकरण के लिए आवंटन में भारी वृद्धि करने की जरूरत है, क्योंकि देश के चारों ओर संवेदनशील सुरक्षा माहौल है और पड़ोसी देश तेजी से अपने सुरक्षाबलों का आधुनिकीकरण कर रहे हैं। एंटनी के मुताबिक हम रक्षा तैयारियों की लगातार समीक्षा करते हैं, और सुरक्षा को मजबूत करना एक सतत प्रक्रिया है।
सेनाध्यक्ष जनरल सिंह का प्रधानमंत्री को लिखा पत्र लीक होने के मामले में एंटनी ने कहा कि जिसने भी पत्र लीक किया है, वह राष्ट्रविरोधी है, और यह हरकत केवल दुश्मनों की मदद करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि हम सेनाप्रमुख के प्रधानमंत्री को लिखे पत्र के लीक होने के मामले की तह में जाने के बाद कानून के मुताबिक कठोर कदम उठाएंगे। रक्षामंत्री ने यह भी कहा कि हम भ्रष्टाचार को कतई सहन नहीं करते। उनके मुताबिक खरीद प्रक्रिया में यदि किसी भी स्तर पर कोई अनियमितता पाई जाती है, तो वह उसे रद्द करने से नहीं हिचकेंगे।
एंटनी के अनुसार भारत को रक्षाबलों के आधुनिकीकरण के लिए आवंटन में भारी वृद्धि करने की जरूरत है, क्योंकि देश के चारों ओर संवेदनशील सुरक्षा माहौल है और पड़ोसी देश तेजी से अपने सुरक्षाबलों का आधुनिकीकरण कर रहे हैं। एंटनी के मुताबिक हम रक्षा तैयारियों की लगातार समीक्षा करते हैं, और सुरक्षा को मजबूत करना एक सतत प्रक्रिया है।
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