
कश्मीर में अलकायदा का स्थानीय संगठन गजवत उल हिंद सक्रिय हो गया है.
नई दिल्ली:
कश्मीर घाटी में भारतीय सुरक्षाबलों की मुश्किलें और भी ज्यादा बढ़ सकती हैं. दरअसल कश्मीर घाटी में खूंखार आतंकी संगठन अल कायदा की शक्ल में एक नई चुनौती धीरे-धीरे अपने पैर पसार रही है. हिज्बुल मुजाहिदीन का पूर्व कमांडर जाकिर मूसा, जो कि कश्मीर में अल कायदा का हेड है, ने एक ऑडियो क्लिप जारी किया है.
कश्मीर में इन दिनों सक्रिय आतंकियों में मूसा सबसे खतरनाक है. सुरक्षाबलों की मोस्ट वांटेड की लिस्ट में फिलहाल यह खूंखार आतंकी सबसे ऊपर है. मूसा ने एक ऑडियो क्लिप में खुलासा किया है कि लश्कर कमांडर अबु दुजाना हाल ही में लश्कर छोड़कर अल कायदा के संगठन अंसार गजवत उल हिंद में शामिल हो चुका था. दुजाना के साथ मारा गया आरिफ भी इसी संगठन में था.
जाकिर मूसा ने ऑडियो क्लिप में दुजाना और आरिफ को अल कायदा का कश्मीर घाटी में पहला शहीद बताया है और उनकी तारीफ की है. यह ऑडियो मूसा के सहयोगियों ने एक जेहादी ग्रुप में शेयर किया था, जहां से यह वायरल हो गया.
यह भी पढ़ें : जम्मू-कश्मीर में अलकायदा को लेकर केंद्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह बोले - भारत किसी भी चुनौती से निपट सकता है
सुरक्षा एजेंसियों को जाकिर मूसा के ऑडियो क्लिप के अलावा दुजाना और आरिफ का एक और ऑडियो हाथ लगा है. दरअसल यह ऑडियो मोबाइल फोन पर बातचीत का एक क्लिप है, जिसमें दुजाना और आरिफ अपने परिवार वालों से बात कर रहे हैं. इस क्लिप में आरिफ अपने भाई से कहता सुनाई दे रहा है कि उसके मरने के बाद उनके शव को पाकिस्तान के झंडे में नहीं बल्कि तौहीद झंडे (अल कायदा द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला झंडा) में लपेटकर दफनाया जाए.
यह भी पढ़ें : जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में एक आतंकी मारा गया, 7 महीने में 120 आंतकी ढेर
इस क्लिप से भी साफ होता है कि दुजाना और आरिफ लश्कर छोड़कर अल कायदा में शामिल हो चुके थे. ऐसे में घाटी में जैश ए मोहम्मद, लश्कर ए तैयबा और हिज्बुल मुजाहिद्दीन जैसे संगठनों के साथ-साथ अब अल कायदा से भी सुरक्षा बलों को लोहा लेना होगा, जो आसान नहीं होगा.
VIDEO : लश्कर कमांडर मारा गया
इस बारे में सुरक्षाबलों का कहना है कि फिलहाल जम्मू-कश्मीर में बड़ी तदाद में आतंकी और उनके टॉप कमांडर मारे जा रहे हैं. बीते सात महीने में 125 आतंकी मारे जा चुके हैं. अब कश्मीर में किसी एक आतंकी ग्रुप का जोर नहीं रह गया है जो बचे हैं वे भागे-भागे फिर रहे हैं. ऐसे में अलकायदा के नाम पर जाकिर मूसा कश्मीर में अपनी जमीन तलााशने की कोशिश कर रहा है, पर इसमें शायद ही उसे सफलता हाथ लगे क्योंकि सुरक्षाबल उसे किसी भी हालत में अपना शिकार बनाने पर तुले हैं.
कश्मीर में इन दिनों सक्रिय आतंकियों में मूसा सबसे खतरनाक है. सुरक्षाबलों की मोस्ट वांटेड की लिस्ट में फिलहाल यह खूंखार आतंकी सबसे ऊपर है. मूसा ने एक ऑडियो क्लिप में खुलासा किया है कि लश्कर कमांडर अबु दुजाना हाल ही में लश्कर छोड़कर अल कायदा के संगठन अंसार गजवत उल हिंद में शामिल हो चुका था. दुजाना के साथ मारा गया आरिफ भी इसी संगठन में था.
जाकिर मूसा ने ऑडियो क्लिप में दुजाना और आरिफ को अल कायदा का कश्मीर घाटी में पहला शहीद बताया है और उनकी तारीफ की है. यह ऑडियो मूसा के सहयोगियों ने एक जेहादी ग्रुप में शेयर किया था, जहां से यह वायरल हो गया.
यह भी पढ़ें : जम्मू-कश्मीर में अलकायदा को लेकर केंद्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह बोले - भारत किसी भी चुनौती से निपट सकता है
सुरक्षा एजेंसियों को जाकिर मूसा के ऑडियो क्लिप के अलावा दुजाना और आरिफ का एक और ऑडियो हाथ लगा है. दरअसल यह ऑडियो मोबाइल फोन पर बातचीत का एक क्लिप है, जिसमें दुजाना और आरिफ अपने परिवार वालों से बात कर रहे हैं. इस क्लिप में आरिफ अपने भाई से कहता सुनाई दे रहा है कि उसके मरने के बाद उनके शव को पाकिस्तान के झंडे में नहीं बल्कि तौहीद झंडे (अल कायदा द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला झंडा) में लपेटकर दफनाया जाए.
यह भी पढ़ें : जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में एक आतंकी मारा गया, 7 महीने में 120 आंतकी ढेर
इस क्लिप से भी साफ होता है कि दुजाना और आरिफ लश्कर छोड़कर अल कायदा में शामिल हो चुके थे. ऐसे में घाटी में जैश ए मोहम्मद, लश्कर ए तैयबा और हिज्बुल मुजाहिद्दीन जैसे संगठनों के साथ-साथ अब अल कायदा से भी सुरक्षा बलों को लोहा लेना होगा, जो आसान नहीं होगा.
VIDEO : लश्कर कमांडर मारा गया
इस बारे में सुरक्षाबलों का कहना है कि फिलहाल जम्मू-कश्मीर में बड़ी तदाद में आतंकी और उनके टॉप कमांडर मारे जा रहे हैं. बीते सात महीने में 125 आतंकी मारे जा चुके हैं. अब कश्मीर में किसी एक आतंकी ग्रुप का जोर नहीं रह गया है जो बचे हैं वे भागे-भागे फिर रहे हैं. ऐसे में अलकायदा के नाम पर जाकिर मूसा कश्मीर में अपनी जमीन तलााशने की कोशिश कर रहा है, पर इसमें शायद ही उसे सफलता हाथ लगे क्योंकि सुरक्षाबल उसे किसी भी हालत में अपना शिकार बनाने पर तुले हैं.