एम्स में पकड़ा गया फर्जी डॉक्टर
नई दिल्ली:
देश के सबसे बड़े अस्पताल एम्स में एक बार फिर फर्जी डॉक्टर पकड़ा गया. फर्जी डॉक्टर एक दवाई कंपनी का मेडिकल रिप्रज़ेन्टेटिव (MR) है. वह खुद को एम्स का डॉक्टर बता काफी लंबे समय से एम्स में आता जाता रहा है. गार्ड ने शक के आधार पर उसे पकड़ा. उसके पास से फर्जी आई कार्ड भी बरामद हुआ है. एम्स प्रशासन ने इस शख्स को दिल्ली पुलिस के हवाले कर दिया है, जिसके बाद हौजखास थाने की पुलिस ने मामला दर्ज कर फर्जी डॉक्टर को गिरफ्तार कर मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है.
यह फर्जी डॉक्टर एम्स के सर्जरी विभाग के अस्टिेंट प्रोफेसर का नकली कार्ड गले में डालकर घूमता था. जब वह अपना वाहन डॉक्टर पार्किंग में खड़ा कर रहा तो अस्पताल के गार्ड को इसके हावभाव पर शक हुआ, लेकिन फर्जी डॉक्टर डरा नहीं, बल्कि गार्ड को जमकर धमकाया. बस फिर क्या था गार्ड ने जब कार्ड देखा तो अपने सीनियर सिक्योरिटी स्टाफ से संपर्क किया. इसके बाद प्रशासन हरकत में आया और नितिन अग्रवाल नाम के इस फर्जी डॉक्टर को पुलिस ने तुरंत गिरफ्तार कर लिया.
एम्स प्रशासन और पुलिस की मानें तो यह शख्स पिछले काफी लंबे समय से यहां पर आता रहा है. वह मैट्रोनिक्स नाम की दवाई कंपनी में एमआर है, जिसके चलते डॉक्टर स्टाफ से आसानी से मिलजुल भी लेता था. पुलिस उस दवाई कंपनी से भी बातचीत कर रही है जिस कंपनी में वह एमआर की नौकरी करता है. पुलिस ने इस फर्जी डॉक्टर के खिलाफ आईपीसी की धारा 419 /468/471 के तहत मामला तो दर्ज कर लिया है.
इससे पहले भी ऐसा मामला सामने आय़ा था. वह पैसे लेकर मरीजों को भर्ती कराने वाला एम्स का फर्जी डॉक्टर गिरफ्तार, असली डॉक्टर से पाला पड़ा तो खुली पोल
यह फर्जी डॉक्टर एम्स के सर्जरी विभाग के अस्टिेंट प्रोफेसर का नकली कार्ड गले में डालकर घूमता था. जब वह अपना वाहन डॉक्टर पार्किंग में खड़ा कर रहा तो अस्पताल के गार्ड को इसके हावभाव पर शक हुआ, लेकिन फर्जी डॉक्टर डरा नहीं, बल्कि गार्ड को जमकर धमकाया. बस फिर क्या था गार्ड ने जब कार्ड देखा तो अपने सीनियर सिक्योरिटी स्टाफ से संपर्क किया. इसके बाद प्रशासन हरकत में आया और नितिन अग्रवाल नाम के इस फर्जी डॉक्टर को पुलिस ने तुरंत गिरफ्तार कर लिया.
एम्स प्रशासन और पुलिस की मानें तो यह शख्स पिछले काफी लंबे समय से यहां पर आता रहा है. वह मैट्रोनिक्स नाम की दवाई कंपनी में एमआर है, जिसके चलते डॉक्टर स्टाफ से आसानी से मिलजुल भी लेता था. पुलिस उस दवाई कंपनी से भी बातचीत कर रही है जिस कंपनी में वह एमआर की नौकरी करता है. पुलिस ने इस फर्जी डॉक्टर के खिलाफ आईपीसी की धारा 419 /468/471 के तहत मामला तो दर्ज कर लिया है.
इससे पहले भी ऐसा मामला सामने आय़ा था. वह पैसे लेकर मरीजों को भर्ती कराने वाला एम्स का फर्जी डॉक्टर गिरफ्तार, असली डॉक्टर से पाला पड़ा तो खुली पोल
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