गुवाहाटी:
असम में विधानसभा चुनाव होने में मुश्किल से एक महीना रह गया है। ऐसे में मुख्य विपक्षी पार्टी असोम गण परिषद (अगप) सत्तारूढ़ कांग्रेस को शिकस्त देने लिए साझेदारों की तलाश कर रही है। ज्ञात हो कि 126 सदस्यीय असम विधानसभा के लिए चुनाव मार्च या अप्रैल में संभावित है। अगप अध्यक्ष चंद्र मोहन पटवारी ने शुक्रवार को एक नाटकीय घोषणा करते हुए कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), असोम युनाइटेड डेमोकेट्रिक फ्रंट (एयूडीएफ) तथा दो वामपंथी दलों के नेताओं के खिलाफ अपने उम्मीदवार खड़े नहीं करेंगे। पटवारी ने संवादताओं से कहा, "कांग्रेस को पराजित करने के लिए विपक्ष की एकजुटता जरूरी है। इसलिए हमने उन चार निर्वाचन क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार खड़े नहीं करने का निर्णय लिया है, जहां एयूडीएफ, भाजपा और वाम दल चुनाव लड़ने वाले हैं।" गौरतलब है कि अगप ने पिछले वर्ष सितम्बर में भाजपा से नाता तोड़ लिया था और कहा था कि वह आगामी चुनाव में छोटे क्षेत्रीय दलों के समर्थन से अकेले ही चुनाव लड़ेगी। अगप वर्ष 2001 से लेकर अब तक चुनावों में पिछड़ती रही है। उल्लेखनीय है कि अगप और भाजपा ने वर्ष 2009 को संसदीय चुनाव साथ लड़ा था। इस चुनाव में अगप को 14 में से सिर्फ एक सीट पर जीत मिली थी।
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