अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर संघ प्रमुख मोहन भागवत ने बड़ा बयान दिया है. इस फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि इसे एक ऐतिहासिक फैसला बताया है. इस दौरान उन्होंने मथुरा और बनारस में राम मंदिर को लेकर भी अपनी बात कही. उन्होंने कहा कि हम बनारस और मथुरा में मस्जिद की जगह मंदिर बनाने की बात करने वालों में शामिल नहीं होंगे. संघ प्रमुख ने कहा कि संघ कभी आंदोलन में शामिल नहीं हैं, इसका काम सिर्फ और सिर्फ चरित्र निर्माण करना है. भागवत ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि संघ विवाद का खात्मा चाहता था जो हो गया. मैं इससे संतुष्ट हूं.
महाराष्ट्र के सियासी संग्राम के बीच शिवसेना का नया ट्वीट, 'जो लोग कुछ भी नहीं करते हैं, वो...'
अयोध्या के बाद काशी और मथुरा को लेकर किए गए सवाल के जवाब में मोहन भागवत ने कहा कि संघ मनुष्य का निर्माण करता है, आंदोलन करना संघ का काम नहीं है. मस्जिद को जमीन दिए जाने के निर्णय को लेकर किए गए सवाल के जवाब में मोहन भागवत ने कहा कि यह सरकार से कहा गया है, वो देखे. मुझे इसमें कुछ नहीं कहना है. मोहन भागवत ने कहा कि कोर्ट के निर्णय की तरह हमारा स्टेटमेंट भी साफ है.
अयोध्या पर फैसला : AIMPLB के सदस्य कमाल फारूकी ने कहा- ये कहां का इंसाफ है
इससे पहले राम जन्मभूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के संवैधानिक बेंच ने यह साफ कर दिया है कि विवादित जमीन ट्रस्ट को दी जाए जो मंदिर का निर्माण देखेगी. साथ ही सरकार को यह आदेश दिया है कि वह मस्जिद के लिए अयोध्या में 5 एकड़ जमीन उपलब्ध कराए. इस काम के लिए कोर्ट ने तीन महीने का समय दिया है.
सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक बेंच ने सर्वसम्मति से दिए गए अपने फैसले में यह साफ कर दिया है कि वहां मंदिर के अवशेष मिले हैं, लेकिन यह साफ नहीं हो पाया कि मंदिर को तोड़ कर ही मस्जिद बनाई गई थी. फैसला पढ़ने के दौरान पीठ ने कहा कि हिंदू अयोध्या को राम जन्मस्थल मानते हैं.
Video: अयोध्या मामले पर पांच जजों की बेंच ने सुनाया फैसला
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं